शिमला: आईजीएमसी अस्पताल में कैंसर के मरीज को कीमो इंजेक्शन न मिलने के आरोपों के बीच सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. मृतक की बेटी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस मामले पर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, 'सरकार इस मामले की जांच करवाए. दो सालों से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरी हुई हैं. हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं. पूर्व की सरकार ने जरूरतमंद लोगों के इलाज के लिए हिम केयर योजना शुरू की थी, जिसके तहत लोगों का इलाज मुफ्त में किया जाता था, लेकिन इस सरकार ने इस योजना को तो बंद नहीं किया, लेकिन इस योजना के तहत कोई भी दवाइयां मरीजों को उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं और इस योजना को अपाहिज कर दिया गया है. इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, 'ताजा मामला आईजीएमसी अस्पताल में सामने आया, जहां पर इंजेक्शन न मिलने से एक मरीज की जान गई और उनकी बेटी ने सवाल खड़े किए हैं. बेटी के आरोप के मुताबिक उनके पिता का आईजीएमसी से कैंसर का इलाज चल रहा था, उन्हें कीमोथेरेपी के इंजेक्शन की जरूरत थी, जिसकी कीमत पचास हज़ार रुपए या उससे ज़्यादा थी. उसके पास हिम केयर का कार्ड था, लेकिन हिम केयर की पेमेंट न होने की वजह से हमें वह इंजेक्शन नहीं मिला'
जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली सुक्खू सरकार का क्या यही व्यवस्था परिवर्तन है, जहां पर आम आदमी को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है. आईजीएमसी अस्पताल में एमआरआई और सीटी स्कैन की तीन महीने तक की तारीख दी जा रही है. सुख सरकार ने अपने बजट में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने का ऐलान किया था, लेकिन ये सरकार आम आदमी को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी नहीं दे पा रही है. यही नहीं अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है और 2 सालों से डॉक्टरों की भर्ती तक नही हो पाई है.'
बता दें कि आईजीएमसी शिमला में मृतक कैंसर के मरीज की बेटी ने आरोप लगाया था कि समय पर इंजेक्शन न मिलने से उसके पिता की मौत हो गई थी. मृतक की बेटी जाह्नवी शर्मा ने बताया 'इंजेक्शन की कीमत 50 हजार रुपये या इससे अधिक थी. मेरा पापा का इलाज हिमकेयर कार्ड से चल रहा था और कार्ड में बैलेंस भी था, लेकिन जब इंजेक्शन लेने गए तो हमें कहा गया कि हिमकेयर कार्ड वालों ने पेमेंट नहीं की है इसलिए हम आपको इंजेक्शन नहीं दे सकते. इंजेक्शन न मिलने पर मेरे पिता की मौत हो गई'.