बोकारो: गिरिडीह लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने पहुंचे जयराम महतो ने तीन सेट में अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के बाद विधानसभा घेराव के मामले में रांची पुलिस की टीम उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मौके पर मौजूद थी. जयराम महतो ने पुलिस आग्रह किया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं इसलिए उन्हें एक सभा करने की इजाजत दी जाए. जयराम अपने हजारों समर्थकों के बीच सभा स्थल पहुंचे और करीब शाम 5 बजे तक लोगों को संबोधित किया. इसके बाद जब गिरफ्तार ही देने की बात आई तो उन्होंने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया. इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच हल्की-फुल्की नोक झोंक भी देखी गई. समर्थकों ने पुलिस गो बैक के नारे लगाए. आखिरकार पुलिस ने अपनी हार स्वीकार करते हुए वापस बैरंग लौट गई.
जयराम महतो ने मीडिया से बात से बात करते हुए कहा कि मैं एक पढ़ा लिखा व्यक्ति हूं और कानून का पालन करने के लिए जागरूक हूं. उन्होंने कहा कि मुझे इस केस के बारे में जानकारी होती तो मैं उसमे भी अपनी बेल प्रक्रिया को अपनाता. जयराम महतो ने कहा कि विपक्षी दलों की साजिश है कि इस मामले छिपाया गया. उसके बाद सीधे गिरफ्तार किया जा रहा है. जयराम महतो ने कहा कि क्या विपक्षियों की साजिश है हम जेल में रहेंगे तो हम और मजबूत होकर उभरेंगे.
रांची की नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार करने का प्रयास किया, लेकिन जयराम महतो ओर समर्थकों के भारी विरोध के कारण जयराम महतो को सभा स्थल तक जाने दिया गया. मामला विधानसभा घेराव से संबंधित है. नगड़ी डीएसपी और इंस्पेक्टर दलबल के साथ यहां पहुंचे थे.
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