जयपुर : राजधानी वासियों के लिए खुशखबरी है कि उन्हें 2025 की गर्मियों में पेयजल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा. जयपुर तक पानी पहुंचाने वाला बीसलपुर बांध 80 फीसदी के करीब भर चुका है. फिलहाल बांध में साल 2023 के मुकाबले अधिक पानी है. बुधवार की सुबह बांध का जलस्तर 314.29 आरएल मीटर पहुंच गया, जो कुल भराव क्षमता का 78.27 फीसदी है. बांध में अब तक कुल 350 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
भीलवाड़ा, चित्तौड़ और राजसमंद जिले में अच्छी बारिश होने के बाद बांध के भराव क्षेत्र में बहने वाली त्रिवेणी नदी की ऊंचाई 3.30 मीटर नोट की गई है. बांध में त्रिवेणी से पानी की आवक जारी है. अगर इसी तरह त्रिवेणी से पानी की आवक होती रही तो सितंबर के पहले हफ्ते में बांध की चादर चलने के आसार रहेंगे.
हाल-ए-मानसून : मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक मंगलवार रात तक पूर्वी राजस्थान में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है. पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में अनेक स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है.राज्य में सर्वाधिक वर्षा माउंट आबू (सिरोही) में 88.2 मिलीमीटर दर्ज की गई है.
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उदयपुर और जोधपुर संभाग में जारी रहेगी बारिश : दक्षिणी राजस्थान के ऊपर बना डीप डिप्रेशन तंत्र धीरे-धीरे पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़कर गुजरात के उत्तरी भागों के ऊपर पहुंच गया है. इसके अगले 48 घंटों में धीरे-धीरे सौराष्ट्र, कच्छ क्षेत्र की ओर आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है. परिसंचरण तंत्र के प्रभाव से उदयपुर, जोधपुर संभाग के कुछ भागों में अगले 48 घंटों के दौरान तेज हवाओं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ रुक-रुक कर मध्यम दर्जे की बारिश होगी, जबकि कहीं-कहीं भारी बारिश होने की भी संभावना है.
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बीकानेर, भरतपुर, जयपुर, अजमेर संभाग के कुछ भागों में भी अगले दो-तीन दिन मेघगर्जन के साथ मध्यम से कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान में पुनः 31 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने और सितंबर के प्रथम सप्ताह में भारी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है.