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जयपुर स्थापना दिवस: लोक रंग के साथ हेरिटेज निगम करेगा कार्यक्रमों का समापन, गणेश निमंत्रण के साथ ग्रेटर निगम करेगा आगाज

जयपुर स्थापना दिवस पर सोमवार को गणेश निमंत्रण के साथ ही एक माह के आयोजनों का श्रीगणेश होगा. इसी दिन शाम को दीपदान कार्यकम होगा.

JAIPUR FOUNDATION DAY 2024
जयपुर स्थापना दिवस 2024 (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

जयपुर: रंग रंगीला जयपुर, जिसकी छटा विश्व भर में बिखरी हुई है. इसी जयपुर के तीज-त्यौहार, सभ्यता-संस्कृति और विरासत को निहारने के लिए विश्व भर से लोग यहां पहुंचते हैं. 297 साल पहले 18 नवंबर, 1727 को जयपुर की स्थापना हुई थी. इस स्थापना दिवस को बीते एक महीने यानी 18 अक्टूबर से हेरिटेज नगर निगम की ओर से सेलिब्रेट किया जा रहा था. जिसका 18 नवंबर को समापन होगा. तो वहीं ग्रेटर नगर निगम की ओर से सोमवार को गणेश निमंत्रण के साथ जयपुर स्थापना दिवस समारोह के एक महीने के आयोजनों का श्री गणेश होगा.

18 नवम्बर सोमवार को हेरिटेज नगर निगम की ओर से अल्बर्ट हॉल पर जयपुर समारोह का समापन कार्यक्रम होगा. यहां जयपुर लोकरंग उत्सव में राजस्थानी लोकगीतों और नृत्यों की झलक देखने को मिलेगी. कार्यक्रम में 150 से ज्यादा कलाकार रोचक प्रदर्शन, लोकगीत और लोकनृत्यों का ग्रैंड फिनाले होगा. महापौर कुसुम यादव ने बताया कि कार्यक्रम के विश्व प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो सपेरा की प्रस्तुति होगी. इसके अलावा सुपरस्टार गायक थानू खां की भी प्रस्तुति रहेगी. साथ ही इस दौरान लोक कलाकारों का सम्मान भी किया जाएगा.

पढ़ें: जयपुर स्थापना दिवस समारोह : 18 नवंबर से होगा आगाज, समापन पर देश-विदेश के मेयर्स का होगा समागम

उन्होंने बताया कि बीते एक महीने में हेरिटेज निगम ने सामाजिक समरसता रखते हुए कई भव्य कार्यक्रम आयोजिय किए. जिसमें श्याम भजन संध्या, कव्वाली कार्यक्रम, क्रिकेट प्रतियोगिता, हेरिटेज वॉक वे, अंताक्षरी कार्यक्रम, गोरबंद कार्यक्रम, राजस्थानी लोकगीत का आयोजन हुआ. जिनका मुख्य उद्देश्य राजस्थानी लोक कलाकारों को मुख्य धारा में लाकर प्रोत्साहित करना और राजस्थानी संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखना है.

पढ़ें: तालकटोरा पर बिखरी राजस्थानी संस्कृति की छटा, घूमर, मांड गीत और अलगोजा वादन ने बांधा समां

उधर, जयपुर स्थापना दिवस की 297वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सोमवार से ग्रेटर निगम की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज होगा. सुबह 10 बजे महापौर डॉ सौम्या गुर्जर मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचकर प्रथम पूज्य भगवान गणेश को (18 नवंबर-18 दिसंबर) एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रमों का न्यौता देंगी. इसके साथ ही गज पूजा की जाएगी और करीब 500 से ज्यादा महिलाओं की ओर से महाआरती की जाएगी.

पढ़ें: Rajasthan: जयपुर स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ, महापौर कुसुम यादव बोलीं- लंबे आयोजन से लाभान्वित होंगे कलाकार

इस दौरान महिलाओं की वेशभूषा की थीम लाल चुंदड़ी/लाल साड़ी रखी गई है. महाआरती में शहनाई वादन भी होगा. इसके साथ ही न्यू गेट, रामलीला मैदान, सांगानेरी गेट, स्टेच्यू सर्किल पर भी शहनाई वादन किया जाएगा. इसके साथ ही गंगापोल पर विराजमान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाएगी. उसके बाद गोविंद देव जी की आराधना की जाएगी. महापौर ने बताया कि 18 नवंबर को शाम 5 बजे से स्टेच्यू सर्किल पर दीपदान का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जिसमें उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी शिरकत करेंगी.

जयपुर: रंग रंगीला जयपुर, जिसकी छटा विश्व भर में बिखरी हुई है. इसी जयपुर के तीज-त्यौहार, सभ्यता-संस्कृति और विरासत को निहारने के लिए विश्व भर से लोग यहां पहुंचते हैं. 297 साल पहले 18 नवंबर, 1727 को जयपुर की स्थापना हुई थी. इस स्थापना दिवस को बीते एक महीने यानी 18 अक्टूबर से हेरिटेज नगर निगम की ओर से सेलिब्रेट किया जा रहा था. जिसका 18 नवंबर को समापन होगा. तो वहीं ग्रेटर नगर निगम की ओर से सोमवार को गणेश निमंत्रण के साथ जयपुर स्थापना दिवस समारोह के एक महीने के आयोजनों का श्री गणेश होगा.

18 नवम्बर सोमवार को हेरिटेज नगर निगम की ओर से अल्बर्ट हॉल पर जयपुर समारोह का समापन कार्यक्रम होगा. यहां जयपुर लोकरंग उत्सव में राजस्थानी लोकगीतों और नृत्यों की झलक देखने को मिलेगी. कार्यक्रम में 150 से ज्यादा कलाकार रोचक प्रदर्शन, लोकगीत और लोकनृत्यों का ग्रैंड फिनाले होगा. महापौर कुसुम यादव ने बताया कि कार्यक्रम के विश्व प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो सपेरा की प्रस्तुति होगी. इसके अलावा सुपरस्टार गायक थानू खां की भी प्रस्तुति रहेगी. साथ ही इस दौरान लोक कलाकारों का सम्मान भी किया जाएगा.

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उन्होंने बताया कि बीते एक महीने में हेरिटेज निगम ने सामाजिक समरसता रखते हुए कई भव्य कार्यक्रम आयोजिय किए. जिसमें श्याम भजन संध्या, कव्वाली कार्यक्रम, क्रिकेट प्रतियोगिता, हेरिटेज वॉक वे, अंताक्षरी कार्यक्रम, गोरबंद कार्यक्रम, राजस्थानी लोकगीत का आयोजन हुआ. जिनका मुख्य उद्देश्य राजस्थानी लोक कलाकारों को मुख्य धारा में लाकर प्रोत्साहित करना और राजस्थानी संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखना है.

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उधर, जयपुर स्थापना दिवस की 297वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सोमवार से ग्रेटर निगम की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज होगा. सुबह 10 बजे महापौर डॉ सौम्या गुर्जर मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचकर प्रथम पूज्य भगवान गणेश को (18 नवंबर-18 दिसंबर) एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रमों का न्यौता देंगी. इसके साथ ही गज पूजा की जाएगी और करीब 500 से ज्यादा महिलाओं की ओर से महाआरती की जाएगी.

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इस दौरान महिलाओं की वेशभूषा की थीम लाल चुंदड़ी/लाल साड़ी रखी गई है. महाआरती में शहनाई वादन भी होगा. इसके साथ ही न्यू गेट, रामलीला मैदान, सांगानेरी गेट, स्टेच्यू सर्किल पर भी शहनाई वादन किया जाएगा. इसके साथ ही गंगापोल पर विराजमान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाएगी. उसके बाद गोविंद देव जी की आराधना की जाएगी. महापौर ने बताया कि 18 नवंबर को शाम 5 बजे से स्टेच्यू सर्किल पर दीपदान का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जिसमें उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी शिरकत करेंगी.

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