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प्रदेश में पहली बार जेलर प्रहरियों समेत खुद काटेगा जेल , सारंगढ़ उपजेल में बंदियों को पीटने और वसूली का है आरोप

Jailer And Guards in Prison सारंगढ़ उपजेल में बंदियों से अवैध वसूली और मारपीट करने वाले जेलर और प्रहरियों को जेल भेजा गया है.इस मामले की शिकायत बंदियों के परिजनों ने कोर्ट से की थी.जिस पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया.Sarangarh sub jail

Jailer And Guards in Prison
जेलर प्रहरियों समेत खुद काटेगा जेल
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 6, 2024, 8:04 PM IST

बिलासपुर : सारंगढ़ उपजेल में सहायक जेलर संदीप कश्यप पर प्रहरियों के साथ मिलकर बंदियों से घर से रुपए मंगाने के आरोप हैं.जब कैदियों ने पैसे मंगवाने से मना किया तो जेल के अंदर कैदियों के साथ मारपीट की गई.इस दौरान एक बंदी का सिर फूट गया.वहीं दूसरा बंदी अधमरा हो गया. ये पूरी घटना 25 फरवरी की सुबह 6 से 10 बजे के बीच हुई थी. इस मामले में पहले ही सारंगढ़ उपजेल में सहायक जेल अधीक्षक संदीप कश्यप और प्रहरियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा है. इस मामले में पहले सेवा से निलंबित कर उनके खिलाफ दर्ज कराई गई थी.जिसके बाद सारंगढ़ उपजेल में कैदियों से वसूली और मारपीट का मामला हाईकोर्ट पहुंचा. इस मामले में हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरु की.हाईकोर्ट ने कैदियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए डीजी जेल को तलब किया.

जेलर के जेल जाने का पहला मामला : किसी जेलर के जेल जाने का प्रदेश में पहला मामला है. जेलर सहित प्रहरियों को अपराध करने का दोषी पाया गया.जिसके बाद सभी को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है. इस घटना में सारंगढ़ उपजेल के कैदियों से वसूली और मारपीट की घटना का खुलासा हुआ था. प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उपजेल के सहायक अधीक्षक सहित 3 जेल प्रहरियों को निलंबित किया था. कोतवाली पुलिस में अपराध दर्ज होने के बाद सहायक जेल अधीक्षक सहित 4 जेल कर्मियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.

बंदियों के परिजनों ने की थी शिकायत : इस मामले में सारंगढ़ उपजेल के पीड़ित बंदियों के परिजनों ने घटना की जानकारी कोर्ट को दी थी. जज ने कलेक्टर को इस मामले के संबंध में कार्रवाई के लिए कहा था. मामले में सारंगढ़ एसडीएम को जांच सौंपी गई थी. पीड़ित पक्ष ने सारंगढ़ थाना और एसपी से भी शिकायत की थी.जांच के बाद कैदियों के साथ मारपीट और अवैध वसूली की पुष्टि हुई थी.


कैसे करता था जेलर वसूली ?: मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया गया कि नकदी रुपए के साथ ही ऑनलाइन वॉलेट से पैसे ट्रांसफर किए गए थे.जांच में ये भी पता चला कि जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे, वहीं बंदियों को पीटा गया. बंदियों के परिजनों को जेलर ने रुपयों का इंतजाम करने के लिए कहा था. पैसे नहीं देने पर प्रहरियों के साथ मिलकर बंदियों की पिटाई की गई थीय जिन बंदियों को सबसे ज्यादा चोट आई थीं उसमें दिनेश चौहान,दीपक पटेल, रोहित पटेल, नारायण दास हैं.

घायल दिनेश चौहान ने वकील के माध्यम से कोर्ट को बताया कि जेलर ने 50 हजार रूपये की मांग की थी.परिजनों को फोन करके पैसे अकाउंट में ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन मना करने पर 4 घंटे तक जेलर संदीप कश्यप और सुरक्षा प्रहरियों ने मारपीट की. दिनेश ने जानकारी दी कि वो पहले 40 हजार रुपए जेलर के अकाउंट में ट्रांसफर कर चुका है. जांच रिपोर्ट दिए जाने के बाद जेल के सहायक अधीक्षक संदीप कश्यप और तीन जेल प्रहरी महेश्वर हिचामी, मनन्दे वर्मा, राजकुमार कुर्रे के खिलाफ को गिरफ्तार कर रायगढ़ जेल भेजा गया है.

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बिलासपुर : सारंगढ़ उपजेल में सहायक जेलर संदीप कश्यप पर प्रहरियों के साथ मिलकर बंदियों से घर से रुपए मंगाने के आरोप हैं.जब कैदियों ने पैसे मंगवाने से मना किया तो जेल के अंदर कैदियों के साथ मारपीट की गई.इस दौरान एक बंदी का सिर फूट गया.वहीं दूसरा बंदी अधमरा हो गया. ये पूरी घटना 25 फरवरी की सुबह 6 से 10 बजे के बीच हुई थी. इस मामले में पहले ही सारंगढ़ उपजेल में सहायक जेल अधीक्षक संदीप कश्यप और प्रहरियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा है. इस मामले में पहले सेवा से निलंबित कर उनके खिलाफ दर्ज कराई गई थी.जिसके बाद सारंगढ़ उपजेल में कैदियों से वसूली और मारपीट का मामला हाईकोर्ट पहुंचा. इस मामले में हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरु की.हाईकोर्ट ने कैदियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए डीजी जेल को तलब किया.

जेलर के जेल जाने का पहला मामला : किसी जेलर के जेल जाने का प्रदेश में पहला मामला है. जेलर सहित प्रहरियों को अपराध करने का दोषी पाया गया.जिसके बाद सभी को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है. इस घटना में सारंगढ़ उपजेल के कैदियों से वसूली और मारपीट की घटना का खुलासा हुआ था. प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उपजेल के सहायक अधीक्षक सहित 3 जेल प्रहरियों को निलंबित किया था. कोतवाली पुलिस में अपराध दर्ज होने के बाद सहायक जेल अधीक्षक सहित 4 जेल कर्मियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.

बंदियों के परिजनों ने की थी शिकायत : इस मामले में सारंगढ़ उपजेल के पीड़ित बंदियों के परिजनों ने घटना की जानकारी कोर्ट को दी थी. जज ने कलेक्टर को इस मामले के संबंध में कार्रवाई के लिए कहा था. मामले में सारंगढ़ एसडीएम को जांच सौंपी गई थी. पीड़ित पक्ष ने सारंगढ़ थाना और एसपी से भी शिकायत की थी.जांच के बाद कैदियों के साथ मारपीट और अवैध वसूली की पुष्टि हुई थी.


कैसे करता था जेलर वसूली ?: मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया गया कि नकदी रुपए के साथ ही ऑनलाइन वॉलेट से पैसे ट्रांसफर किए गए थे.जांच में ये भी पता चला कि जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे, वहीं बंदियों को पीटा गया. बंदियों के परिजनों को जेलर ने रुपयों का इंतजाम करने के लिए कहा था. पैसे नहीं देने पर प्रहरियों के साथ मिलकर बंदियों की पिटाई की गई थीय जिन बंदियों को सबसे ज्यादा चोट आई थीं उसमें दिनेश चौहान,दीपक पटेल, रोहित पटेल, नारायण दास हैं.

घायल दिनेश चौहान ने वकील के माध्यम से कोर्ट को बताया कि जेलर ने 50 हजार रूपये की मांग की थी.परिजनों को फोन करके पैसे अकाउंट में ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन मना करने पर 4 घंटे तक जेलर संदीप कश्यप और सुरक्षा प्रहरियों ने मारपीट की. दिनेश ने जानकारी दी कि वो पहले 40 हजार रुपए जेलर के अकाउंट में ट्रांसफर कर चुका है. जांच रिपोर्ट दिए जाने के बाद जेल के सहायक अधीक्षक संदीप कश्यप और तीन जेल प्रहरी महेश्वर हिचामी, मनन्दे वर्मा, राजकुमार कुर्रे के खिलाफ को गिरफ्तार कर रायगढ़ जेल भेजा गया है.

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