जबलपुर। जबलपुर के आईएसबीटी पर मुख्यमंत्री दीनदयाल रसोई योजना की गाड़ियां खड़ी हुई है. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के पोस्टर लगे हुए हैं. ₹5 में दीनदयाल थाली दिए जाने की बात पोस्टर में लिखी है. विपक्षी दलों का कहना है कि जानबूझकर इन गाड़ियों को सार्वजनिक स्थल पर खड़ा किया गया है ताकि जनता इन योजनाओं के बारे में जान सके. यह आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. बता दें कि आदर्श आचार संहिता के दौरान किसी भी पार्टी से जुड़े नेताओं के बैनर-पोस्टर से जुड़ी योजनाओं का प्रचार प्रसार नहीं किया जा सकता.
दीनदयाल रसोई योजना की चलित रसोई के वाहन
जबलपुर का सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाला इलाका आईएसबीटी है. यहां मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बसें आते हैं. बसों में सैकड़ो यात्री आते और जाते हैं. इसी आईएसबीटी पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ दीनदयाल रसोई योजना की चलित रसोई की गाड़ियां खड़ी हुई हैं. जबलपुर के समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश त्रिपाठी का कहना "यह आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. ऐसा लगता है कि इन वाहनों को जानबूझकर सार्वजनिक स्थल पर खड़ा किया गया है ताकि जनता की नजर इन पर पड़े."
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कलेक्टर बोले- इन वाहनों को तुरंत हटवाया जाएगा
इस मामले में जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है "उनकी जानकारी में यह बात नहीं है. प्रशासन तुरंत इन गाड़ियों को हटवाएगा. उन लोगों को पर भी नजर रखी जाएगी, जिन लोगों ने इन गाड़ियों को बस स्टैंड पर खड़ा किया है." समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश त्रिपाठी का कहना है 'उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर लगी हुई हाथी की प्रतिमाओं तक को ढंक दिया गया था, फिर ये केवल पोस्टर हैं, इन्हें तो प्रशासन चाहता तो गाडि़यो को आसानी से छुपा सकता था लेकिन ऐसा लगता है कि जबलपुर जिला प्रशासन में बैठे हुए अधिकारी कर्मचारी भी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में काम कर रहे हैं."