जबलपुर। मंगलवार को जबलपुर पूर्व विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक और कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे लखन घनघोरिया ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर जबलपुर के बिजली ऑफिस कार्यालय का घेराव किया. लखन घनघोरिया का आरोप है "जबलपुर के कुछ इलाके में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं और इन स्मार्ट मीटर में बिजली की खपत ज्यादा आ रही है. घनघोरिया का कहना है कि जानबूझकर उनके क्षेत्र के कुछ मोहल्ले में पुरानी बिजली की लाइन डाली गई हैं और ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है."
बिजली कंपनी के ये सवाल भी गौर करने लायक
कांग्रेस विधायक का कहना है "उनके क्षेत्र में कई वार्ड ऐसे हैं जिनमें एक बार बिजली चली जाती है तो दिनभर नहीं आती. स्मार्ट मीटर में भी मीटर रीडिंग गड़बड़ी है. स्मार्ट मीटर ज्यादा रीडिंग बता रहा है." वहीं जबलपुर शहर के सिटी सर्किल के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय अरोरा का कहना है "जबलपुर में 60% बिजली बिल ₹100 से कम के आते हैं. मतलब इन घरों में 100 यूनिट से कम बिजली चल रही है और सब्सिडी की वजह से इन्हें मात्र ₹100 का बिल देना है. यदि गर्मी के महीने में लोग एक अकेला पंखा भी लगातार चलेगा तो 3 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च हो जाएगी. सवाल यह उठता है कि इसके बाद भी इन घरों का बिजली बिल इतना कम क्यों आता है."
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बिजली की खपत बढ़ी लेकिन बिल की राशि घटी
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजय अरोड़ा का कहना है "जबलपुर में बिजली की खपत 25% ज्यादा बढ़ गई है लेकिन बिजली बिल नहीं बढ़ रहे हैं." संजय अरोरा सीधे तौर पर किसी पर आरोप नहीं लगाए, लेकिन उन्होंने प्रश्न चिह्न लगाया है कि कहीं ना कहीं बिजली चोरी हो रही है. स्मार्ट मीटर को लेकर कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जिन घरों में स्मार्ट मीटर लग गए हैं, उनके बिजली बिल कम हो गए हैं. बिजली कंपनी जांच कर रही है कि आखिर स्मार्ट मीटर लगने के बाद खपत कैसे कम हो गई.