जबलपुर. मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को जबलपुर दौरे पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने जल गंगे अभियान के तहत एक रोड शो में हिस्सा लिया, इसके बाद वे जल मंदिर नाम की बावड़ी देखने पहुंचे. मुख्यमंत्री ने जल गंगा अभियान के तहत मध्य प्रदेश की पुरानी जल संरचनाओं को फिर से विकसित करने का अभियान शुरू किया है. इसके तहत जबलपुर की पश्चिम विधानसभा में एक रोड शो निकाला गया और जबलपुर के कोष्टा मोहल्ले स्थित गढ़ा राधाकृष्ण मंदिर की एक बावड़ी देखने सीएम पहुंचे.
रानी दुर्गावती ने बनवाई थी बावड़ी
गोंडवाना काल के दौरान रानी दुर्गावती द्वारा बनवाई गई ये बावड़ी लंबे समय तक बदहाल पड़ी हुई थी लेकिन लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने इस बावड़ी को साफ कराकर विकसित करवाया. इसके बाद इसे अभिषेक जल मंदिर का नाम दिया गया है. जब मोहन यादव ने इस बावड़ी को देखा तो वह इसे देखकर अचंभित रह गए और उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर दूसरी बावड़ियों का भी विकास किया जाएगा.
बाजनामठ के संग्राम सागर भी पहुंचे सीएम
मोहन यादव जबलपुर के बाजनामठ स्थित संग्राम सागर भी पहुंचे. संग्राम सागर तालाब भी जबलपुर में ऐतिहासिक महत्व रखता है. इस तालाब को राजा संग्राम शाह द्वारा बनवाया गया था. राजा संग्राम शाह रानी दुर्गावती के ससुर थे. राकेश सिंह ने अपने सांसद कार्यकाल के दौरान इस तालाब के घाट का पुनर्निर्माण करवाया था और यहां सौंदर्यकरण का काम भी किया गया. मोहन यादव यहां भी पहुंचे और उन्होंने इस जल संरचना को देखकर यहां भी श्रमदान किया. इस दौरान लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक अभिलाष पांडे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू समेत बीजेपी के अन्य नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
गिरते भूजल को लेकर जताई चिंता
इस मौके पर जबलपुर में लगभग 1300 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का भूमि पूजन भी किया गया. मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में चिंता जताते हुए कहा, '' भूजल स्तर लगातार गिर रहा है और यदि हमें अपनी प्रकृति को बचाए रखना है तो जमीन के अंदर के पानी को संजोकर रखना होगा और उसके लिए पूरे समाज को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे.''
कलेक्टर दीपक सक्सेना के घर पहुंचे सीएम
इन कार्यक्रमों के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के घर पहुंचे. 3 जून को जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के पुत्र अमोल सक्सेना का दिल्ली में आक्समिक निधन हो गया था. सीएम ने कलेक्टर के घर पहुंचकर शोक संवेदना प्रकट की.