जबलपुर. शहर को मुंबई से जोड़ने जबलपुर-मुंबई उड़ान दोबारा शुरू करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को ट्वीट किया है. लेकिन जबलपुर में विमान रोको आंदोलन होकर रहेगा. दरअसल, विमान रोको आंदोलन के संयोजकों का कहना है कि यह लड़ाई केवल मुंबई के लिए नहीं है बल्कि जबलपुर से देश के कई बड़े शहरों के लिए सीधी उड़ानों की जरुरत है. मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह की ओर से भी सिंधिया का ट्वीट रीट्वीट किया गया था. पीडबल्यूडी मंत्री ने इससे पहले दो तस्वीरें साझा करते हुए जबलपुर वासियों को बताया था कि बाकी शहरों की नियमित उड़ान के लिए उनकी इंडिगो के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और स्पाइस जेट के वाइस प्रेसिडेंट से मुलाकात हुई है. राकेश सिंह की मुलाकात के कुछ ही देर बाद सिंधिया ने नई फ्लाइट की घोषणा कर दी.
राकेश सिंह की मुलाकात के बाद एक्टिव हुए सिंधिया?
जबलपुर में नियमित उड़ानों की समस्या और कई उड़ानें बंद किए जाने का मामला विधायक व मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री राकेश सिंह के संज्ञान में लाया गया था, जिसके बाद राकेश सिंह मंगलवार को इंडिगो के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और स्पाइस जेट के वाइस प्रेसिडेंट से अपने निवास पर मिले. राकेश सिंह ने इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं, जिसके कुछ ही देर बाद सिंधिया ने जबलपुर-मुंबई उड़ान दोबारा शुरू करने का ट्वीट किया. हालांकि, जबलपुर-मुंबई उड़ान दोबारा शुरू करने से 6 जून को होने वाला आंदोलन नहीं थमेगा, क्योंकि शहरवासियों का कहना है कि उन्हें बाकी शहरों के लिए भी नियमित उड़ानें चाहिए.
जबलपुर में क्यों हो रहा विमान रोको आंदोलन?
दरअसल, नेताओं की ओर से यह बयान इसलिए आ रहे हैं क्योंकि जबलपुर में बीते 3 महीने से मुंबई के लिए कोई डायरेक्ट फ्लाइट नहीं है. इसके साथ ही स्पाइस जेट ने हैदराबाद के लिए अपनी सीधी उड़ान को बंद कर दिया है. इस सबसे परेशान होकर जबलपुर के लोगों ने एक वायु सेवा संघर्ष समिति बनाई है. इस समिति ने तय किया है कि 6 जून को विमान रोको आंदोलन किया जाएगा. इसके तहत जबलपुर के लोग विमान से ना आएंगे और ना जाएंगे. इस आंदोलन को जबलपुर के लोगों का जबरदस्त समर्थन भी मिल रहा है. कई लोगों ने 6 जून की अपनी टिकट रद्द करवा दी हैं. विमान कंपनियों को इससे खासा नुकसान हो सकता है.
सिंधिया के ट्वीट के बाद भी होगा आंदोलन
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का ट्वीट आने के बाद भी जबलपुर के लोगों ने इस आंदोलन को जारी रखने की अपील की है. आंदोलन करने वाले कह रहे हैं कि यह लड़ाई केवल मुंबई की नहीं है बल्कि वे बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, गोवा आदि के लिए भी विमान सेवाएं चाहते हैं. शहरवासियों का कहना है कि केवल चमचमाता एयरपोर्ट बना देने से कुछ नहीं होता, वहां उड़ानें भी आनी चाहिए.