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फसलों के लिए कहीं खतरनाक तो नहीं खरपतवार? जबलपुर में किसान की पूरी फसल हुई चौपट - Jabalpur Farmer Crop Spoil

देश और प्रदेश में कई किसान दुकानों से खरपतवार नाशक खरीदकर खेतों में इसका छिड़काव करते हैं, जिससे फसलों में लगने वाला खरपतवार खत्म हो जाए, लेकिन कई बार किसानों को इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं. ऐसा ही मामला जबलपुर में सामने आया है. जहां खेत में दवा का प्रयोग करना किसान पर ही भारी पड़ गया.

JABALPUR FARMER CROP SPOIL
फसलों के लिए कहीं खतरनाक तो नहीं खरपतवार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 13, 2024, 6:02 PM IST

Updated : Aug 13, 2024, 6:15 PM IST

जबलपुर: यदि आप खरीफ की फसल में खरपतवार नाशक का प्रयोग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए चौंकाने वाली हो सकती है, क्योंकि जबलपुर के एक किसान ने अपने मक्के के खेत में खरपतवार नाशक डाला तो खरपतवार तो खत्म नहीं हुआ, बल्कि मक्के की फसल ही पूरी तरह बर्बाद हो गई. अब जबलपुर के कृषि वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं, कि यह किस वजह से और क्या हुआ है. खरपतवार नाशक में गड़बड़ी थी या किसान के इस खेत में डालने में कोई परेशानी हुई है.

किसान की पूरी फसल हुई चौपट (ETV Bharat)

जबलपुर के बृजेश ने खेत में डाली दवा

जबलपुर के शाहपुर ब्लॉक के मनकेडी गांव में बृजेश कुमार बर्मन ने 12 एकड़ क्षेत्र में मक्का लगाया था. बृजेश कुमार ने यह जमीन किराए पर ली थी. बृजेश की फसल में खरपतवार उग रहे थे, इसलिए उसने शाहपुरा के एक किसानों के लिए खेती के उपयोग में आने वाले खाद कीटनाशक और खरपतवार बेचने वाले राजेंद्र अग्रवाल से संपर्क किया. राजेंद्र अग्रवाल ने बीएसएफ कंपनी का एक खरपतवार नाशक बृजेश बर्मन को दिया. बृजेश ने इस दवा के बदले राजेंद्र अग्रवाल को 19000 रुपए का भुगतान भी किया, लेकिन जैसे ही बृजेश ने यह दवा अपने खेत में डाली, एक-दो दिन में दवा ने अपना असर दिखना शुरू किया.

JABALPUR FARMER COMPLAIN
किसान ने कलेक्ट्रेट में की शिकायत (ETV Bharat)

दवा डालने से सूख गई मक्के की फसल

बृजेश को उम्मीद थी कि खरपतवार सूखेंगे, लेकिन अचानक उन्हें मक्के के पौधे सूखते हुए नजर आए. बृजेश ने जब अपने खेत की बिगड़ती हालत देखी, तो उसने आसपास के किसानों से चर्चा की. सभी लोगों ने सलाह दी कि पहले दुकानदार के पास जाकर आपत्ति दर्ज करवाओ, लेकिन दुकानदार यह मानने को तैयार नहीं है कि उसने कुछ गलती की है. उसका कहना है कि उसने सही दवा दी थी.

कलेक्ट्रेट में की दुकानदार के खिलाफ शिकायत

पीड़ित बृजेश बर्मन अपने साथियों के साथ मंगलवार को जबलपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर को अपनी सूखी हुई फसल के कुछ पौधे दिखाए. साथ ही खेत के कुछ वीडियो भी दिखाए. बृजेश ने इस बात की शिकायत स्थानीय कृषि अधिकारियों से की थी, लेकिन बृजेश ने अपने शिकायती पत्र में लिखा कि 'ऐसा लगता है कि कृषि विभाग के अधिकारी दुकानदार के पक्ष में हैं, उन्हें किसान के नुकसान से मतलब नहीं है.'

Jabalpur Corn Crop Spoil
मक्के की फसल हुई खराब (ETV Bharat)

कृषि वैज्ञानिक करेंगे खेत की जांच

बृजेश अपनी फसल की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा तो एडिशनल कलेक्टर और जिला कृषि अधिकारी ने बृजेश की फसल की जांच करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम बनाने का आदेश दिया. यह टीम इस बात की जांच करेगी की आखिर गड़बड़ी कहां हुई है, क्या दवाई में कुछ गड़बड़ी थी या फिर किसी ने इसे डालने में कोई गड़बड़ी की है.

यहां पढ़ें...

दवाइयों का कॉकटेल बिगाड़ेगा सोयाबीन का खेल, भूलकर ना करें इस कीटनाशक का इस्तेमाल

सोयाबीन में इसे डालने से खरपतवार का होगा जड़ से सफाया, मिलेगी बंपर पैदावार, जानिये पूरा प्रोसेस

कई बार हानिकारक होते हैं रसायन

खरपतवार नाशक दवाएं बहुत खतरनाक रसायन होते हैं. जिनके छिड़काव से पौधे पूरी तरह सूख जाते हैं. प्राकृतिक खेती करने वाले कृषि के जानकार रवि आमवशी का कहना है कि खरपतवार नाशकों का कम से कम इस्तेमाल किया जाना चाहिए, क्योंकि यह हानिकारक रसायन धीरे-धीरे करके खेत को बंजर कर रहे हैं. वहीं यदि इनका गलत उपयोग हो जाए तो बृजेश जैसी स्थिति खड़ी हो जाती है.

जबलपुर: यदि आप खरीफ की फसल में खरपतवार नाशक का प्रयोग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए चौंकाने वाली हो सकती है, क्योंकि जबलपुर के एक किसान ने अपने मक्के के खेत में खरपतवार नाशक डाला तो खरपतवार तो खत्म नहीं हुआ, बल्कि मक्के की फसल ही पूरी तरह बर्बाद हो गई. अब जबलपुर के कृषि वैज्ञानिक इस बात की जांच कर रहे हैं, कि यह किस वजह से और क्या हुआ है. खरपतवार नाशक में गड़बड़ी थी या किसान के इस खेत में डालने में कोई परेशानी हुई है.

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जबलपुर के बृजेश ने खेत में डाली दवा

जबलपुर के शाहपुर ब्लॉक के मनकेडी गांव में बृजेश कुमार बर्मन ने 12 एकड़ क्षेत्र में मक्का लगाया था. बृजेश कुमार ने यह जमीन किराए पर ली थी. बृजेश की फसल में खरपतवार उग रहे थे, इसलिए उसने शाहपुरा के एक किसानों के लिए खेती के उपयोग में आने वाले खाद कीटनाशक और खरपतवार बेचने वाले राजेंद्र अग्रवाल से संपर्क किया. राजेंद्र अग्रवाल ने बीएसएफ कंपनी का एक खरपतवार नाशक बृजेश बर्मन को दिया. बृजेश ने इस दवा के बदले राजेंद्र अग्रवाल को 19000 रुपए का भुगतान भी किया, लेकिन जैसे ही बृजेश ने यह दवा अपने खेत में डाली, एक-दो दिन में दवा ने अपना असर दिखना शुरू किया.

JABALPUR FARMER COMPLAIN
किसान ने कलेक्ट्रेट में की शिकायत (ETV Bharat)

दवा डालने से सूख गई मक्के की फसल

बृजेश को उम्मीद थी कि खरपतवार सूखेंगे, लेकिन अचानक उन्हें मक्के के पौधे सूखते हुए नजर आए. बृजेश ने जब अपने खेत की बिगड़ती हालत देखी, तो उसने आसपास के किसानों से चर्चा की. सभी लोगों ने सलाह दी कि पहले दुकानदार के पास जाकर आपत्ति दर्ज करवाओ, लेकिन दुकानदार यह मानने को तैयार नहीं है कि उसने कुछ गलती की है. उसका कहना है कि उसने सही दवा दी थी.

कलेक्ट्रेट में की दुकानदार के खिलाफ शिकायत

पीड़ित बृजेश बर्मन अपने साथियों के साथ मंगलवार को जबलपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने कलेक्टर को अपनी सूखी हुई फसल के कुछ पौधे दिखाए. साथ ही खेत के कुछ वीडियो भी दिखाए. बृजेश ने इस बात की शिकायत स्थानीय कृषि अधिकारियों से की थी, लेकिन बृजेश ने अपने शिकायती पत्र में लिखा कि 'ऐसा लगता है कि कृषि विभाग के अधिकारी दुकानदार के पक्ष में हैं, उन्हें किसान के नुकसान से मतलब नहीं है.'

Jabalpur Corn Crop Spoil
मक्के की फसल हुई खराब (ETV Bharat)

कृषि वैज्ञानिक करेंगे खेत की जांच

बृजेश अपनी फसल की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा तो एडिशनल कलेक्टर और जिला कृषि अधिकारी ने बृजेश की फसल की जांच करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम बनाने का आदेश दिया. यह टीम इस बात की जांच करेगी की आखिर गड़बड़ी कहां हुई है, क्या दवाई में कुछ गड़बड़ी थी या फिर किसी ने इसे डालने में कोई गड़बड़ी की है.

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कई बार हानिकारक होते हैं रसायन

खरपतवार नाशक दवाएं बहुत खतरनाक रसायन होते हैं. जिनके छिड़काव से पौधे पूरी तरह सूख जाते हैं. प्राकृतिक खेती करने वाले कृषि के जानकार रवि आमवशी का कहना है कि खरपतवार नाशकों का कम से कम इस्तेमाल किया जाना चाहिए, क्योंकि यह हानिकारक रसायन धीरे-धीरे करके खेत को बंजर कर रहे हैं. वहीं यदि इनका गलत उपयोग हो जाए तो बृजेश जैसी स्थिति खड़ी हो जाती है.

Last Updated : Aug 13, 2024, 6:15 PM IST
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