जबलपुर : भारतीय जनता पार्टी के नाराज विधायकों ने हाल ही में जो बयान दिए हैं, उसने विपक्ष को बैठे-बैठे बड़े मुद्दा दे दिया है. जबलपुर से वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट का कहना है कि जब विधायक ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की स्थिति क्या होगी? पूर्व मंत्री ने सरकार के विधायकों द्वारा अपनी ही पार्टी के विरोध और भोपाल ड्रग्स मामले पर भी टिप्पणी करी.
अपनी ही सरकार में विधायकों का ऐसा हाल
मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा, '' सरकार का खुफिया तंत्र पूरी तरह से सफल हो गया है तब तो उनके नाक के नीचे 1800 करोड़ की ड्रग्स का अवैध कारोबार चलता रहा और सरकार को पता तक नहीं लगा. मध्य प्रदेश सरकार में इस बार विरोध विपक्ष की तरफ से नहीं हो रहा है बल्कि सरकार में ही बैठे हुए संगठन के विधायक सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.'' तरुण भनोट ने आरोप लगाते हुए कहा, '' यह कितनी गंभीर बात है कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री को यह आरोप लगाना पड़ रहा है कि मध्य प्रदेश की सरकार शराब माफिया के सामने दंडवत है. सोचिए जब विधायकों की स्थिति यह है तो आम जनता की स्थिति क्या होगी? मैं दशहरा के अवसर पर प्रभु श्री राम से यही मांगता हूं कि प्रदेश की जनता को इस कुशासन से मुक्ति मिले.''
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कांग्रेस के मिला नया मुद्दा
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, '' मध्य प्रदेश में क्राइम रेट लगातार बढ़ रहा है, महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं और यह बात एनसीआरबी की रिपोर्ट में भी सामने आ चुकी है. प्रभु श्री राम से यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सरकार होश में आए. '' गौरतलब है कि बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं के बयान इन दिनों सुर्खियों में हैं जिनमें पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की नाराजगी, देवरी विधायक बृज पटेरिया, विधायक प्रदीप पटेल, विधायक संजय पाठक, विधायक अजय विश्नोई के बयान भी शामिल हैं. भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करके कांग्रेस को बैठे-बैठे एक मुद्दा दे दिया है और कांग्रेस इसे पूरी तरह से भुनाने में लगी है.