जबलपुर। जिले के परियट नदी से निकलकर 4 फीट का मगरमच्छ घाना गांव में पहुंच गया. मगरमच्छ को गांव में देखकर आसपास के लोग सहम गए. वहीं, कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ का रेस्क्यू किया. बताया जा रहा है कि आए दिन परियट नदी से मगरमच्छ निकलकर गांव में आ जाते हैं, लेकिन अब गांव वालों में जागरूकता के कारण मगरमच्छ को मारते नहीं हैं और उसका रेस्क्यू कर नदी में छोड़ देते हैं या फिर वन विभाग को सौंप देते हैं.
5 माह का मगरमच्छ बस्ती में घुसा
बताया जा रहा है कि घाना गांव के पास परियट नदी है. जहां मगरमच्छों का प्राकृतिक निवास है. इसमें सैकड़ों की संख्या में मगरमच्छ निवास करते हैं. इन दिनों बारिश के कारण नदी में जलस्तर बढ़ रहा है. जिससे मगरमच्छ नदी छोड़कर गांव की तरफ आ जाते हैं. शनिवार रात को एक 4 फीट का मगरमच्छ बस्ती में पहुंच गया. मगरमच्छों के जानकार सकरेंदु नाथ ने बताया कि पकड़े गए मगरमच्छ का उम्र लगभग 5 महीने की है. ये किसी को मार तो नहीं सकता है, लेकिन काट सकता है. मगरमच्छ का बस्ती में आना इंसान और मगरमच्छ दोनों के लिए खतरा है.
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बाड़ के अंदर से निकल आते हैं छोटे मगरमच्छ
परियट नदी के किनारे बाड़ के घेरे लगाए हैं, लेकिन छोटे मगरमच्छ इस बाड़े को पार कर निकल आते हैं और बस्ती में घुस जाते हैं. वहीं, कहा जा रहा है कि आसपास के गांव वाले अब धीरे- धीरे मगरमच्छ के साथ रहना सीख गए है. लोगों में वन्य जीवों के प्रति जागरूकता आ गई है. जिससे वे मगरमच्छ को मारते नहीं हैं बल्कि उनका रेस्क्यू करते हैं. लोगों का कहना है कि मगरमच्छ एक बार इंसानों के बीच में आने के बाद वह खुद भी डर जाते हैं और दोबारा फिर गांव की तरफ नहीं आते. बीते रात पकड़े गए मगरमच्छ को भी वन विभाग को सौंप दिया गया.