बलरामपुर: जिले में धान खरीदी में अनियमितता को लेकर सरगुजा संभाग के कमिश्नर ने रामानुजगंज के प्रभारी तहसीलदार विष्णु गुप्ता को निलंबित कर दिया है. जांच में पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को भी दोषियों में शामिल किया गया है.नाराज पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शुक्रवार को हड़ताल पर बैठ गए हैं. इनका कहना है कि हम चाहते हैं कि जांच हो, लेकिन निर्दोष लोगों को इसमें दोषी न माना जाए.
हड़ताल से विभागीय कामकाज प्रभावित: इस मामले में पटवारी संघ और ग्रामीण कृषि विस्तार संघ का आरोप है कि उन्हें गलत तरीके से आरोपी बनाया जा रहा है, जबकि शुरूआती जांच में उनका पूरा सहयोग था. उनकी बातें नहीं सुनी जा रही है. धान खरीदी में गड़बड़ी को लेकर हुई जांच में पटवारियों और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के मौन सहमति की बात कही जा रही है. इसी के आधार पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात सामने आई है. इसकी जानकारी के बाद पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हड़ताल पर बैठ गए हैं. इनके हड़ताल पर जाने से विभाग का काम भी प्रभावित हो रहा है.
निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से इसकी जांच होनी चाहिए. निर्दोष पटवारियों और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों पर बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. अगर हम पर बेवजह कार्रवाई होती है तो पूरे प्रांत में कामकाज बंद कर हम हड़ताल करेंगे. -अधिकारी संघ, ग्रामीण कृषि विस्तार विभाग
ये है पूरा मामला: रामानुजगंज के तीन धान खरीदी समितियों में फर्जी तरीके से रकबा जोड़कर साढ़े तीन करोड़ रुपए से अधिक की गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद तहसीलदार को निलंबित किया गया है. मामले में जांच की जद में पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी आ रहे हैं, जिसको लेकर अब विरोध भी शुरू हो चुका है.