कुचामनसिटी: राइजिंग राजस्थान अभियान के तहत मंगलवार को डीडवाना जिला मुख्यालय पर भी इन्वेस्टमेंट समिट मीट का आयोजन हुआ. शहर के अग्रसेन वाटिका पैलेस में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा मुख्य अतिथि रहे. इस समिट में डीडवाना जिले के लिए 372 से अधिक एमओयू साइन किए गए, जिनसे जिले भर में लगभग 3800 करोड़ रुपए का निवेश होगा. इस निवेश से लगभग 35000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा. मार्बल उद्योग, नमक उद्योग, हस्तशिल्प, हैंडीक्राफ्ट के साथ ही शिक्षा, चिकित्सा, होटल, पर्यटन, डेयरी उद्योग और कृषि जैसे क्षेत्रों में निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
इस दौरान उपस्थित निवेशकों और उद्योगपतियों को एमओयू पत्र बांटे गए और उन्हें जल्द से जल्द अपनी औद्योगिक ईकाइयां स्थापित करने का आह्वान किया गया. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश का ज्यादा से ज्यादा विकास हो और प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो. इसके लिए सरकार उद्योगपतियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रही है और उन्हें सकारात्मक माहौल बनाकर दे रही है. ताकि निवेशक सरलता और निश्चित समय में अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित कर सकें. इसके लिए सरकार ने स्पष्ट नीति भी बनाई है, ताकि निवेशक का समय बचे और निवेश से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं सरलता से और समयबद्ध तरीके से पूरी हो सके.
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वहीं राजस्व मंत्री विजय सिंह चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रयासों से जिले में जो भी निवेश आएगा, उसका लाभ जिले के लोगों को मिलेगा और उन्हें रोजगार प्राप्त होगा. इस इन्वेस्टमेंट समिट में यूडीएच मंत्री झाबरमल खर्रा, राजस्व राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी के साथ ही मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी, भाजपा नेता जितेंद्र सिंह जोधा, लाडनूं के भाजपा नेता करणी सिंह, प्रभारी सचिव कन्हैयालाल स्वामी और जिला कलेक्टर पुखराज सेन भी मौजूद रहे.