गिरिडीह: समाहरणालय के ठीक पीछे बन रहे उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी के 10 अतिरिक्त वर्ग कक्षा भवन में गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने सवाल उठाया है. ग्रामीणों और भाकपा माले के द्वारा लगातार की जा रही शिकायत के बाद जांच का निर्देश जिलाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने दिया है. डीसी के निर्देश के बाद शनिवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत के साथ भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता और प्रखंड विकास पदाधिकारी जांच को पहुंचे. इस दौरान संवेदक द्वारा लगाए गए खिड़की-दरवाजे को भी देखा. वहीं उस बाथरूम को भी देखा गया जहां टाइल्स की जगह सीमेंट से प्लास्टर कर दिया गया था. यहां पर ग्रामीणों से भी बात की.
जल्द सौंपी जाएगी रिपोर्ट
जांच के बाद एसडीओ ने बताया कि भाकपा माले द्वारा शिकायत की गई थी कि महेशलुंडी में बन रहे स्कूल भवन की गुणवत्ता सही नहीं है. जिन जिन बिंदुओं पर शिकायत की गई थी सभी की जांच डीसी के निर्देश पर तीन पदाधिकारी की टीम ने की है. यहां जांच में कुछ त्रुटियां मिली है जैसे फ्लोर में दरार देखने को मिली है. इसके अलावा जो भी स्थिति देखी गई है सभी की रिपोर्ट जल्द ही डीसी को सुपुर्द कर दी जाएगी.
क्या है पूरा मामला
यहां बता दें कि महेशलुंडी के ग्रामीण गणेश ठाकुर, अविनाश मंडल, कन्हैया सिंह समेत कई लोगों ने इस मामले को उठाया था. सूचना पर भाकपा माले नेता राजेश यादव और राजेश सिन्हा भी यहां पहुंचे थे. स्कूल निर्माण में हुई गड़बड़ी की लिखित शिकायत भी जिलाधिकारी से की गई थी. यह मामला चर्चा का केंद्र बना हुआ था. यहां यह भी बता दें कि भवन निर्माण में हुई गड़बड़ी की खबर को ईटीवी भारत ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
एसडीपीओ से भी शिकायत
इधर, कन्हैया सिंह द्वार सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के समक्ष भी इसी मामले से जुड़ी एक शिकायत की गई है. इनका कहना है ग्रामीणों द्वारा जब जांच की मांग की जाने लगी तो संवेदक ने रंगदारी की शिकायत थाना से कर दी. थाना से भी सहायक अवर निरीक्षक आए और ग्रामीणों को चेताया था. कन्हैया ने पूरे मामले की जांच करने की मांग रखी है.
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