गिरिडीह: सावन के महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाना बहुत ही पुण्य का काम माना जाता है. यही वजह है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग बाबा भोले की पूजा करने देवघर पहुंचते हैं. अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही गुंजन कुमारी भी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से साइकिल चलाकर पहले बनारस पहुंची और फिर बनारस से देवघर पहुंचीं. इन दोनों जगहों पर जल चढ़ाने के बाद गुंजन साइकिल से गिरिडीह होते हुए गाजीपुर के लिए रवाना हुईं.
तिरंगा के साथ कर रही हैं यात्रा
गाजीपुर से अपने दोस्तों मनीष कुमार भारद्वाज, अंगारा लाल और बृजेश खरवार के साथ यात्रा पर निकली गुंजन भगवा वस्त्र में हैं. गुंजन की साइकिल पर भगवा ध्वज के साथ तिरंगा भी लहरा रहा है. गुंजन का कहना है कि सावन का महीना चल रहा है, यह बाबा भोले का महीना है और इस महीने में लोग पेड़ लगाएंगे तो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह एक अहम कदम होगा. गुंजन का कहना है कि पूरी यात्रा के दौरान वह अपनी टीम के साथ जहां भी रुकीं, वहां उन्होंने सभी लोगों से पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा करने की अपील की.
कौन हैं गुंजन
गुंजन कुमारी एक अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही हैं. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली गुंजन ने दुनिया की सातवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर चढ़कर रिकॉर्ड बनाया है. इस चोटी पर चढ़ने के बाद गुंजन करीब ढाई घंटे तक वहां रुकीं. गुंजन का कहना है कि वह पर्वतारोहण करती रहेंगी और साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी गंभीर हैं.
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