कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव चल रहा है और यहां पर हरियाणा समेत पूरे भारत से कलाकार आए हुए हैं. अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में अंबाला शहर जंडली की युवा कलाकार नंदिनी भी पहुंची है. जो यहां पर अपनी कला का प्रदर्शन कर रही है. नंदिनी वेस्ट मटेरियल को कलाकृति में बदलकर उनको नया रूप दे रही है. जिसमें नंदिनी वॉल पेंटिंग, ऑयल पेंटिंग, वेस्ट मटेरियल से डेकोरेटिव मॉडल तैयार करती है. साथ-साथ मधुबनी सहित कई प्रकार की पेंटिंग भी वेस्ट मटेरियल से तैयार करती है. नंदिनी की बनाई हुई इन कलाकृतियों को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. क्योंकि पुरानी चीजों को नया रूप देकर उन्हे आकर्षित बनाने की कोशिश की गई है.
शौक ऐसा जिसने बनाया कलाकार: नंदिनी ने बताया कि उन्होंने बैचलर इन मास कम्युनिकेशन में पढ़ाई की हुई है. लेकिन उसकी शुरुआती समय से ही पेंटिंग, डेकोरेशन इत्यादि में रुचि थी और वह शुरू से ही अपने परिवार और घर में पुरानी चीजों को संभाल कर रखती थी. ताकि वे उनकी साज-सजावट करके उन्हें नया रूप दे सके. उनकी इस रुचि से ही वह एक अच्छी कलाकार बन गई. जो अब बड़े स्तर पर इस काम को कर रही हैं. इस काम को नंदिनी दो सालों से कर रही है. दो सालों में ही उन्हें लोगों से अच्छा रिस्पांस भी मिलने लगा है. उन्होंने अपने काम की शुरुआत अंबाला से की, लेकिन मौजूदा समय में वह पंचकूला में रहकर वेस्ट मटेरियल से होम डेकोर का सामान तैयार करती हैं. जो लोगों को काफी पसंद आता है.
नंदिनी ने महिलाओं को दिया रोजगार: नंदिनी ने बताया कि उनके साथ तीन लोग मिलकर काम कर रहे हैं. लेकिन उनके साथ घरों में रहने वाली करीब 30 महिलाएं उनके साथ जुड़ी हुई है. जो उनके साथ डेकोरेशन का काम करती है. उन्होंने कहा कि जहां वह अपने लिए काम कर रही है, तो उसके साथ-साथ वह 30 महिलाओं को काम देकर काफी अच्छा महसूस करती है कि उनकी वजह से किसी अन्य का भी परिवार चल रहा है.
लाखों में कमाती हैं नंदिनी: नंदिनी ने बताया कि उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग को लोग काफी पसंद करते हैं. इनकी प्राइज 150 से शुरू हो जाते हैं. बड़ी पेंटिंग 10-10 हजार में बिक जाती हैं और वॉल आर्ट लाखों में बिक जाते हैं. नंदिनी ने बताया कि वे अलग-अलग तरह के आर्ट बनाती है. जिसमें वर्ली आर्ट, मधुबनी आर्ट और मंडल आर्ट. मंडला आर्ट मेडिटेटिव आर्ट होता है. मेडिटेशन के आधार पर मंडला आर्ट बनाया गया है. जो कि बुद्धिजम से प्रेरित है. वहीं, उन्होंने बताया कि बोतल से लैंप बनाते हैं.
मां के नाम के साथ बनाया निक्की राज क्रिएशन: इस युवा कलाकार ने अपने निक नेम निक्की के साथ अपनी माता राज का नाम जोडक़र निक्की राज क्रिऐशन का एक संस्थान तैयार किया है. हालांकि इस संस्था में तीन युवा कलाकार साथ जुड़े हैं. कलाकार नंदिनी ने विशेष बातचीत करते हुए कहा कि पिछले दो सालों से घर के वेस्ट मटेरियल को डेकोरेटिव मॉडल का रूप दे रही है. इस वेस्ट मटेरियल में कांच की बोतल, छोटे-छोटे डिब्बे व अन्य वेस्ट पदार्थ को कला का रूप देने का काम कर रही हैं. इन कलाकृतियों के साथ-साथ वॉल पेंटिंग, ऑयल पेंटिंग को कैनवास में उकेरने का काम कर रही हैं. इस महोत्सव में मार्डन आर्ट को शामिल करते हुए भगवान श्री कृष्ण की तस्वीर तैयार की है. इस तस्वीर को पर्यटक बहुत पसंद कर रहे हैं.
लोगों से मिल रहा पॉजिटिव रिस्पॉन्स: अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहली बार गुलजारीलाल नंदा स्मारक पर प्रदर्शनी लगाई गई है. यहीं पर नंदिनी को स्टॉल अलॉट की गई है. पहली बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंची है. जहां पर उनको आकर काफी अच्छा रिस्पांस लोगों का मिल रहा है. लोग उनके द्वारा तैयार किए गए डेकोरेशन सामान की खूब खरीदारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपनी बहुत से लोग वेस्ट चीजों को वेस्ट समझ के फेंक देते हैं. लेकिन अगर हम वेस्ट चीजों को भी प्रयोग में लाएं, तो वेस्ट चीजों को भी हम काम की वस्तु बना सकते हैं और उस पर कलाकृतियां उकेर सकते हैं. ताकि वह एक नया रूप लेकर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन सके.