लखनऊ: शारजहां से लखनऊ सोना लेकर आए 29 तस्कर कस्टम अधिकारियों और लखनऊ एयरपोर्ट की सुरक्षा को भेदकर फरार हो गए थे. तस्करों ने रोजे का बहाना बनाया और फिर इफ्तारी के बाद पेट से सोना निकालने का झांसा दिया.
शाम होते ही तबीयत खराब होने की एक्टिंग हुई और फिर कस्टम अफसरों को धोखा और सीआईएसएफ जवानों को धक्का देकर 29 गोल्ड स्मगलर भाग निकले थे. शारजहां से लखनऊ आए इन तस्करों को रोकने में नाकाम रहने वाले अफसरों को उनकी तैनाती स्थल से हटा दिया गया है.
कस्टम की ओर से दर्ज करवाई गई एफआईआर में काफी चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. लखनऊ एयरपोर्ट में तैनात सहायक आयुक्त, सीसीएसआई एके सिंह ने सरोजनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाते हुए एयरपोर्ट से पेट में सोना लेकर भागे 29 स्मगलर्स की पूरी कहानी बताई है.
सहायक आयुक्त के मुताबिक, एक अप्रैल को शारजाह से आए 36 लोगों के पास से जांच के दौरान 3 करोड़ 12 लाख 60 हजार रुपए की सिगरेट बरामद हुई थी. पूछताछ हुई तो अगले दिन 2 अप्रैल को यात्रियों में से एक ने बताया कि 30 यात्री पेट में सोना तस्करी करके लाए हैं.
अभी तो रोजा है, शाम को जब इफतारी करेंगे, कुछ खाने के बाद गुदा मार्ग से उसे निकालेंगे. सहायक आयुक्त ने बताया कि शाम हुई तो उन्हें खाने-पीने को सामग्री दी गई. नमाज पढ़ने के बाद छह लोगों को जांच के लिए ले जाया गया. इसी दौरान एक अन्य फ्लाइट के यात्रियों को भी जांच के लिए लाया गया था.
इसी दौरान उन 36 यात्रियों में एक मोहम्मद कासिफ ने बीमारी की एक्टिंग शुरू कर दी और बाकी स्मगलर्स उसकी तीमारदारी करने लगे. वो सभी जोर-जोर से रोने लगे और कस्टम अफसरों पर चिल्लाते हुए बाहर की ओर निकले. सीआईएसएफ के जवानों को धक्का मारकर 29 तस्कर फरार हो गए. हालांकि, जिस स्मगलर ने बीमारी का बहाना बनाया था उसे वो सब छोड़ गए थे.
मामले में लखनऊ एयरपोर्ट पर तैनात सहायक आयुक्त सीसीएसआई समेत आठ लोगों को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. दरअसल, 36 तस्करों को गिरफ्तार 1 अप्रैल को किया गया था. उन्हें एक दिन रखा गया और दूसरे दिन दो अप्रैल की शाम को जांच करवाई गई.
इतना ही नहीं उनके भागने के 12 घंटे बाद सहायक आयुक्त ने सरोजनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई. ऐसे में कस्टम अफसरों ने इस पूरे मामले में लापरवाही बरती है. फिलहाल, सीसीएसआई ने इस पूरे मामले में विभागीय जांच शुरू कर दी है.