कानपुर : आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने मेडिकल के क्षेत्र में इंजीनियरिंग का प्रयोग करने के बाद अब खेती के क्षेत्र में भी नवाचार से कमाल दिखाने के लिए तैयार हैं. आने वाले दिनों में आईआईटी कानपुर कैम्पस में पहली बार खेती से जुड़े ऐसे उपकरण बनेंगे जो आधुनिक तकनीकों से लैस होंगे और बेहद सस्ते होंगे. इस पूरी कवायद का लाभ देशभर के किसानों को मिल सकेगा. आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों द्वारा की जाने वाली इस कवायद में जीबी पंत विवि उत्तराखंड के विशेषज्ञ भी साथ होंगे. उत्पाद बनाने के अलावा खेती की दिक्कतों व बाधाओं को दूर करने के लिए अब इंजीनियरिंग की ही मदद ली जाएगी.
आत्मनिर्भर भारत के तहत आईआईटी में किसानों के सभी पसंदीदा उत्पाद बनाएंगे : आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि पीएम मोदी का सपना है कि हमारा देश आत्मनिर्भर भारत बने. उसी के अनुसार हम किसानों के सभी पसंदीदा उत्पाद बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हालांकि, यहां निर्मित उत्पादों का परीक्षण जीबी पंत विवि में होगा. ऐसा पहली बार होगा, जब आईआईटी कानपुर में खेती से जुड़े उत्पाद बनाए जाएंगे.
वेंटिलेटर, स्वासा मास्क, सैनिटाइजर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जैसे उत्पाद बन चुके : आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में जब दुनिया के 100 से अधिक देशों में त्राहिमाम की स्थिति थी. तब आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट्स की टीम ने सस्ते व उच्च गुणवत्ता वाले वेंटिलेटर, स्वासा मास्क, सैनिटाइजर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जैसे अहम उत्पाद तैयार किए जो देश नहीं, बल्कि विदेशी बाजारों में छा गए. उसी तर्ज पर अब ऐसे कृषि उत्पाद बनाएंगे, जिनकी मांग भारत से लेकर कई देशों तक होगी.
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