गुरुग्राम: हरियाणा लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस में एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने हारी हुई सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को जिम्मेदार ठहराया है. अजय यादव ने टिकट बंटवारे के समय भी सवाल उठाया था. गुड़गांव सीट पर राज बब्बर के नाम का ऐलान करने के बाद उन्होंने क्षेत्रीय बड़े नेताओं को खत्म करने की साजिश करार दिया था. उनका ये आरोप भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ऊपर माना गया था.
'अगर मुझे टिकट मिलता तो जीत आसान होती'
कैप्टन अजय यादव ने कहा कि राज बब्बर ने बहुत अच्छा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें समय नहीं मिला. अगर उनको 2 महीना पहले ले आते तो परिणाम और बेहतर होता. जातीय समीकरण सही नहीं बैठा. अगर गुड़गांव से मुझे और भिवानी-महेंद्रगढ़ से किरण चौधरी को टिकट दे देते तो जीत आसान हो जाती. राव दान सिंह भी अच्छा चुनाव लड़े लेकिन जातीय समीकरण खिलाफ थे. करनाल में उम्मीदवार बिल्कुल मुकाबला नहीं कर पाया. भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी दावेदार थीं लेकिन उनका टिकट काट दिया गया था. किरण चौधरी भी भूपेंद्र हुड्डा के विरोधी गुट की नेता मानी जाती हैं. राव दान सिंह को टिकट मिलने पर उन्होंने खुलेआम नाराजगी भी जाहिर की थी.
2019 लोकसभा चुनाव में हार गये थे अजय यादव
अजय यादव रेवाड़ी से 5 बार विधायक रह चुके हैं. हरियाणा सरकार में बिजली और कृषि मंत्री रहे हैं. अभी वो कांग्रेस के राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा के चेयरमैन हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में वो गुड़गांव सीट से लड़े थे लेकिन राव इंद्रजीत के हाथों 3 लाख 86 हजार 256 वोट से हार गये थे. 2024 लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया. जिसके बाद उन्होंने हरियाणा के कुछ नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. माना जाता है कि उनका हमला नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा पर था. अजय यादव और भूपेंद्र हुड्डा के दोनों अलग गुट के नेता माने जाते हैं. अजय यादव पहले भी कई बार भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साध चुके हैं.
टिकट बंटवारे में चला भूपेंद्र हुड्डा का दबदबा!
बताया जा रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा की मर्जी से ही टिकट का बंटवारा किया गया था. हुड्डा ने अपनी पसंद के उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. हलांकि कांग्रेस ने चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया. पिछले चुनाव में एक भी सीट नहीं जीतने वाली कांग्रेस ने 5 सीटों पर कब्जा किया. वहीं गुड़गांव और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बेहत कड़े मुकाबले में हार गई. भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह को करीब 40 हजार और गुड़गांव सीट पर राज बब्बर को करीब 75 हजार वोट से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
लोकसभा चुनाव 2024 में हरियाणा में कांग्रेस को 5 सीटें मिली
हरियाणा में लोकसभा की कुल 10 सीटें हैं. कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिनमें से 5 सीटों पर जीत हासिल हुई. भिवानी-महेंद्रगढ़, गुड़गांव, करनाल और फरीदाबाद में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. वहीं कुरुक्षेत्र सीट पर इंडिया गठबंधन से आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता बीजेपी के नवीन जिंदल से बेहत कम अंतर से हार गये.