इंदौर: एक महिला की मौत के बाद उनकी दोनों किडनी और आंखें परिवार ने दान कर दीं. महिला भाईदूज के दिन रोड एक्सीडेंट में घायल हो गई थी. तभी से इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन गुरुवार को मौत हो गई थी. डॉक्टरों ने उनको ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. इसके बाद मृतका के परिजन ने उनके अंगदान करने का फैसला लिया.
इलाज के दौरान ब्रेन डेड
दरअसल, शाजापुर निवासी एक दंपत्ति भाईदूज के दिन किसी काम से इंदौर आए थे. घर लौटते समय मक्सी मोड़ पर तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार पति-पत्नी को टक्कर मार दी. जिस वजह से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के लिए उन्हें इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने गुरुवार को महिला को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. इसके बाद परिजन ने अंगदान की इच्छा जताई.
भावुक कर देने वाला था विदाई का पल
परिजन के अंगदान की इच्छा पर शुक्रवार शाम को 2 ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए. जिससे मृतका की दोनों किडनी को शहर के दो अलग-अलग निजी अस्पतालों में पहुंचाया गया. जहां भर्ती जरूरतमंदों को ट्रांसप्लांट की गई. वहीं, आंखों को भी शहर के ही एक निजी हॉस्पिटल को दान दे दिया गया. अंतिम संस्कार के लिए शव ले जाते समय, बगल के बेड पर भर्ती पति ने उसकी मांग में सिंदूर भरा, माथे पर बिंदी लगाई. विदाई का पल भावुक कर देने वाला था.
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'अंगदान से किसी को जीवन मिलेगा'
मृतक महिला का नाम मनीषा था. उनके पति टीचर हैं, जबकि बेटी पुणे में एक आईटी कंपनी में काम करती हैं. उनका कहना है कि, "लगातार हो रहे अंगदान से प्रेरित होकर उन्होंने यह निर्णय लिया है. अंगदान से किसी को नया जीवन मिलना, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. और लोगों को इसके लिए आगे आना चाहिए."