इंदौर: गांधीनगर पुलिस द्वारा एक ऐसे गिरोह को पकड़ा गया है, जो गाड़ियों को रेंट पर लेकर उन्हें महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात सहित अन्य जगहों पर सस्ते दामों पर बेच दिया करते थे. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 11 से अधिक गाड़ियां जब्त की हैं. जिसकी बाजार में कीमत 1 करोड़ 50 लाख रुपए के करीब आकी जा रही है. गिरोह के गिरफ्तार 5 आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. कई और वाहनों के बारे में खुलासा होने की उम्मीद है.
रेंट पर कार लेकर सस्ते दामों में बेचा
गांधीनगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक फरियादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि व्यक्ति रेंट पर कार ले गया था, जो अब लौटा नहीं रहा है. इसके बाद गांधीनगर थाने में ऐसे ही 8 और मामले पहुंचे. पुलिस ने जब इसकी जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि फरियादी को आरोपियों द्वारा इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी कारों को महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात भेजने के नाम पर एग्रीमेंट कर ले जाया गया है.
पुलिस ने गुजरात से आरोपी को पकड़ा
आरोपियों ने कुछ महीने तो किराया समय पर दिया, लेकिन कुछ दिनों बाद किराया देना बंद कर दिया और कारों को भी नहीं लौटाया. इसके बाद पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गुजरात में दबिश देकर आरोपी सचिन सिसोदिया को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने अभी तक 11 से अधिक गाड़ियों को मुंबई के टिटवाल, कल्याण व ठाणे में बेच दिया है.
शौक पूरा करने के लिए करते थे ठगी
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने 11 वाहनों को बरामद किया है. जिनकी कीमत डेढ़ करोड़ रुपए के आसपास आकी जा रही है. वहीं आगे सचिन की निशानदेही पर विशाल, अरकान, अविनाश यादव और विकास पवार को भी गिरफ्तार किया गया है. पांचों आरोपियों ने अलग-अलग तरह से लोगों से कार रेंट पर ली थी और उन्हें बेच देते थे और जो रुपया मिलता था, उससे वह अपने शौक को पूरे करते थे. फिलहाल, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
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अन्य आरोपियों को हो सकती है गिरफ्तार
इंदौर डीसीपी विनोद मीना ने बताया कि "पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जारी है. जल्द ही कुछ और बड़े लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है. वहीं पुलिस ने गाड़ियों को महाराष्ट्र का टेटवाल क्षेत्र से बरामद किया है. इनमें थार सहित अन्य गाड़ियां हैं, जो आरोपियों ने रेंट पर लेकर काफी सस्ते दामों में बेच दी थी."