इंदौर। शहर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में ई-रिक्शा चलाने वाले को इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. दो दिन पहले ऑटो चालक जयपाल को दो युवकों ने इंजेक्शन लगाया था. जयपाल की शिकायत पर पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. पुलिस ने जांच में पाया कि ऑटो चालक के पास बाइक सवार ओमप्रकाश, जगन और विशाल पहुंचे. इन आरोपियों ने जयपाल को फंसाने के लिए षड्यंत्र रचा.
ऑटोचालक को फंसाने के लिए खतरनाक साजिश
मामले के अनुसार आरोपी ओमप्रकाश के जयपाल की पत्नी से अवैध संबंध हैं. आरोपी जयपाल को फर्जी मामले में फंसाकर उसकी पत्नी के साथ समय बिताना चाहता था. इसीलिए उसने जयपाल को फंसाने की साजिश रची. ओमप्रकाश ने अपने दोस्त विशाल और जगन को राजपाल के ऑटो में बिठाया. ऑटो चालक जयपाल को विशाल और जगन ने बेटमा चलने के लिए तैयार किया. इसके लिए ₹600 किराया तय हुआ. इसके बाद आरोपियों ने बेटमा से गांजा लेकर ऑटो में रखने की साजिश रची. ये भी तय किया कि अगर गांजा नहीं मिलता तो अवैध शराब ऑटो में रखकर डायल 100 को फोन कर फंसाया जाए.
इंजेक्शन में क्या है, अभी पुष्टि नहीं
जब बेटमा से विशाल और जगन इंदौर लौट रहे तो इसी दौरान ऑटो चालक जयपाल का किराए को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद विशाल और जगन ने अपने पास से जहरीला इंजेक्शन जयपाल को को धोखे से लगा दिया. आरोपियों ने कौन सा इंजेक्शन लगाया, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. वहीं इस मामले में फरियादी की पत्नी की भी भूमिका को पुलिस द्वारा खंगाला जा रहा है.
ऑटोचालक पहले से बीमार, अब अस्पताल में भर्ती
मुख्य आरोपी ओमप्रकाश फरियादी जयपाल का ही रिश्तेदार है. घटना के बाद फरियादी बीमार हो गया. डीसीपी ऋषिकेश मीना ने बताया "फरियादी 10 दिन से बीमार चल रहा था और अचानक कुछ नुकीली चीज चुभाने के कारण वह काफी डर गया और उसके बाद वह हॉस्पिटल में भर्ती हो गया. ये आरोपी नशे के आदी हैं. 10 हजार रुपये में ओमप्रकाश के कहने पर विशाल और जगन ने इस घटना को अंजाम दिया."