इंदौर: नवरात्रि के दसवें दिन यानि दशहरे के पर्व पर सभी ने शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा से अपने-अपने लिए सुख संपदा और कुशलता की कामना की. इंदौर में बंगाली महिलाओं का एक सोशल ग्रुप ऐसा भी था, जिसने नवरात्रि से दशहरा तक दीन दुखी और जरूरतमंद लोगों के लिए शक्ति की आराधना की. इतना ही नहीं पूरे पर्व के दौरान जो दानराशि एकत्र हुई. अब उसे राशि से जरूरतमंद दीन दुखियों की सहायता की जाएगी.
दीन दुखियों की मदद करता संप्रति महिला कल्याण समिति
दरअसल, कोरोना काल के बाद जीवन के प्रति कई लोगों की धारणा बदल चुकी है. कई लोग ऐसे हैं, जो अब अपने अलावा जितना संभव हो सके दूसरों की मदद के लिए भी तत्पर रहते हैं. ऐसी ही सामाजिक पहल इंदौर में संप्रति महिला कल्याण समिति की महिलाओं द्वारा की गई है. इस ग्रुप की महिलाओं ने आमतौर पर महिला ग्रुप में किटी पार्टी और अन्य आयोजनों से एकत्र होने वाली राशि से जरूरतमंद दीन दुखियों की सेवा का संकल्प ले रखा है. इतना ही नहीं यह समिति बीते कई सालों से नवरात्र के दौरान बंगाली समाज में आयोजित होने वाला सिंदूर खेला का आयोजन भी दीन दुखियों की सेवा को समर्पित कर चुकी है.
ओल्ड एज होम या आश्रम को देते हैं राशि
नवरात्रि के दौरान षष्टमी से दशहरे की रात तक चलने वाले धार्मिक आयोजन में बाकायदा पंडाल सजाया जाता है. समाज के तमाम परिवार यहां उत्सव मनाने एकत्र होते हैं. इस दौरान समाज के युवा बच्चे और बुजुर्ग अपने-अपने कार्यक्रम आयोजित करते हैं. यहां बाकायदा कलात्मक सामग्री के स्टाल भी लगाए जाते हैं. इस आयोजन के दौरान माता की आराधना में जो दान राशि एकत्र होती है. वह हर साल शहर के ओल्ड एज होम निराश्रितों के आश्रम अनाथालय या वृद्ध आश्रम के सुपुर्द कर दी जाती है. जिससे जरूरतमंद लोगों की मदद हो जाती है.
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इसके अलावा संप्रति महिला कल्याण समिति से जब भी किसी जरूरतमंद की मदद की अपेक्षा की जाती है, तो महिलाओं का समूह आपस में यह राशि जुटाकर संबंधित की मदद करता है. इस वर्ष भी एकत्रदान राशि को जरूरतमंदों को सौंप कर यह संकल्प किया कि त्योहार के दौरान दान राशि के रूप में ईश्वर और माता की आराधना से जो मिला है.