इंदौर। इंदौर में हथियार लाइसेंसधारियों की कमी नहीं है. चंबल, भिंड और मुरैना के बाद अब इंदौर में भी लाइसेंसी हथियारों की बड़ी तादाद है. लेकिन अब कई लाइसेंसधारियों पर कार्रवाई होने जा रही है. दरअसल, लोकसभा चुनाव में आचार संहिता से पहले सभी लाइसेंसधारियों को अपने हथियार थाने में जमा करना थे. स्थानीय थाना और जिला निर्वाचन कार्यालय के आदेश पर भी कई लाइसेंसधारियों ने अपना हथियार जमा नहीं किए, जिसके बाद जिला प्रशासन ने अब उन पर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
इतने हथियार लाइसेंस हो सकते हैं निरस्त
इंदौर में करीब 9 हजार हथियार लाइसेंस धारी है. सभी लाइसेंसधारियों को चुनाव प्रक्रिया शुरू होते ही अपने हथियार कलेक्ट्रेट या नजदीकी थाने में जमा करने के निर्देश दिए गए थे. निर्देश पाते ही अधिकतर लोगों ने तो हथियार और लाइसेंस जमा कर दिए. लेकिन बताया जा रहा है कि अभी भी कुछ ऐसे लाइसेंसधारी हैं जिन्होंने अब तक अपना हथियार और लाइसेंस जमा नहीं किए. जब हथियार जमा करने वालों की समीक्षा की गई तो पता चला कि करीब 350 से अधिक लोगों ने अपना हथियार जमा नहीं किया है. ऐसे में इनक लाइसेंस निरस्त हो सकते हैं.
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कलेक्टर बोले कानूनी कार्रवाई भी करेंगे
हथियार जमा नहीं करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की गई है. नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद जिला प्रशासन ने एक बार फिर हथियार जमा नहीं करने वालों को निर्देश दिया कि वे अपने निकटतम थाने में हथियार जमा कर दें, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि "जिन लोगों ने गन जमा नहीं की है उनके लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी."