नई दिल्ली: दिल्ली एयरपोर्ट पर सुबह और शाम के वक्त कोहरा पड़ने लगा है. 13 नवंबर को कोहरे की वजह से करीब 10 फ्लाइट्स को डायवर्ट भी करना पड़ा था. इतना ही नहीं, 200 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई थीं. अब दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से खास तैयारियां की गई हैं. कोहरा होने के बावजूद सटीक लैंडिंग के लिए तीनों रनवे पर हाईटेक कैट लैंडिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है.
औसतन 24 मिनट की देरी से उड़ रहे विमानः आईजीआई एयरपोर्ट से संचालित होने वाली उड़ानें लेट हो रही हैं. इनमें अधिकांश ऐसी उड़ानें रहीं, जिन्हें दूसरे शहरों से यहां आकर उड़ान भरनी थी. शनिवार मध्य रात्रि से रविवार शाम तक आईजीआई पर उड़ानों में औसतन करीब 24 मिनट की देरी दर्ज की गई. बताया गया कि करीब 200 उड़ानों में विलंब की स्थिति पांच मिनट से लेकर एक घंटे या इससे अधिक रही. यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है कि उड़ानों की जानकारी के लिए वो एयरलाइन से संपर्क में रहें.
Low visibility procedures are in progress at Delhi Airport. All flight operations are presently normal. Passengers are requested to contact the airline concerned for updated flight information: Delhi International Airport Limited (DIAL) pic.twitter.com/261X5TMhfo
— ANI (@ANI) November 18, 2024
कोहरे से निपटने की तैयारियां
दिल्ली एयरपोर्ट पर रनवे CAT-III ILS और ALS तकनीक से लैस हैं, जो कम विजिबिलिटी में भी फ्लाइट्स को सुरक्षित तरीके से लैंड करने में मदद करती हैं. सभी रनवे पर RVR (रनवे विजिबिलिटी रेंज) सिस्टम और विजिबिलिटी सेंसर लगाए गए हैं, जो सही टाइम पर विजिबिलिटी का डेटा देते हैं. GPS से लैस वीकल कोहरे में नेविगेशन में मदद करते हैं. वायु गुणवत्ता और विजिबिलिटी के प्रभाव की निगरानी के लिए SAFAR ऑब्जर्वेटरी लगाई गई है. रनवे 11L/29R और 27/09 पर विजिबिलिटी मापने की सटीकता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त फॉरवर्ड स्कैटर मीटर RVR उपकरण स्थापित किए गए हैं.
फ्लाइट ऑपरेशन के लिए खास ट्रेनिंग
- एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, एयरसाइड स्टाफ को लो विजिबिलिटी के दौरान फ्लाइट ऑपरेशन को संभालने की ट्रेनिंग दी गई है.
- ATC और CATFM (सेंट्रलाइज्ड एयर ट्रैफिक फ्लाइट मूवमेंट) सिस्टम का इस्तेमाल फ्लाइट मूवमेंट की जानकारी साझा करने के लिए किया जा रहा है.
- CDM (कोलैबोरेटिव डिसीजन मेकिंग) और अन्य मॉडर्न टूल्स का इस्तेमाल एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट और ऑपरेशन को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है. अतिरिक्त प्रोसेसिंग जोन बनाए गए हैं.
इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए जारी की यात्रा सलाह : एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी कि वे यात्रा शुरू करने से पहले अतिरिक्त समय लें और उड़ान की स्थिति की जांच करें. पोस्ट में कहा गया है, "कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता प्रभावित हो रही है, जिसके कारण यातायात धीमा हो सकता है और उड़ानों में देरी हो सकती है. हम सलाह देते हैं कि यात्रा शुरू करने से पहले अतिरिक्त समय लें और उड़ान की स्थिति की जांच करें. सुरक्षित यात्रा करें."
#6ETravelAdvisory: Fog is currently affecting visibility in Delhi, which may result in slow moving traffic and delays in flight schedules. We recommend allowing extra travel time and checking flight status before starting your journey https://t.co/rpnOvAOxQl. Safe travels!
— IndiGo (@IndiGo6E) November 17, 2024
एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएंः बुजुर्ग यात्रियों के लिए टर्मिनल्स पर अतिरिक्त स्टाफ तैनात किए गए हैं. फ्लाइट डिले या कैंसलेशन की स्थिति में यात्रियों की मदद के लिए अतिरिक्त काउंटर बनाए गए है. देरी से आने वाले यात्रियों के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया तेज की गई है. यात्रियों के आराम के लिए अतिरिक्त बैठने के क्षेत्र बनाए गए हैं. फ्लाइट कैंसिल होने पर यात्रियों को जल्दी बाहर निकालने के लिए एक्स्ट्रा टर्मिनल एग्जिट गेट बनाए गए हैं.
दिल्ली की एयर क्वालिटी बेहद खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रविवार को शाम 4 बजे तक तेजी से बढ़कर 441 हो गया और शाम 7 बजे तक 457 हो गया. रविवार को दिनभर दिल्ली-एनसीआर का एक्यूआई गंभीर से भी अधिक स्थिति में रहा. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) को दिल्ली में प्रतिकूल वायु गुणवत्ता के चार अलग-अलग चरणों के तहत वर्गीकृत किया गया है.
ये हैं एक्यूआई के चार चरण
चरण I - 'खराब' (एक्यूआई 201-300)
चरण II - 'बहुत खराब' (AQI 301-400)
चरण III - 'गंभीर' (AQI 401-450)
चरण IV - 'गंभीर प्लस' (AQI 450)
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