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राजस्थान में शुरू हुआ देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज - Anasagar Lake Ajmer

अजमेर में आने वाले पर्यटकों को शुक्रवार को देश के पहले इलेक्ट्रिक ई-क्रूज की सौगात मिली. एक साथ 150 पर्यटक आनासागर झील की सैर कर सकेंगे.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 1 hours ago

Updated : 24 minutes ago

Anasagar Lake Ajmer
डबल डेकर ई क्रूज (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए बड़ी सौगात ई-क्रूज के रूप में मिली है. अजमेर शहर के बीचों-बीच खूबसूरत आनासागर झील में देश के पहले इलेक्ट्रिक डबल डेकर ई-क्रूज पर शुक्रवार से पर्यटक सैर करने के साथ झील की सुंदरता को निहार पाएंगे. झील में 45 मिनट तक डबल डेकर ई-क्रूज में सैर करने का किराया प्रति व्यक्ति 300 रुपये तय किया है. साथ ही बर्थ-डे पार्टी या अन्य कार्यक्रम भी किया जा सकता है. कई खूबियां लिए ई-क्रूज अब अजमेर आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तैयार है.

राजस्थान के आनासागर झील में अब पर्यटकों को समंदर का एहसास मिलेगा. झील में देश के पहले ई-क्रूज की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है. ई-क्रूज के मालिक व्यवसायी जेपी दाधीच की 3 साल की मेहनत रंग लाई है. शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, मेयर ब्रजलता हाड़ा समेत प्रशासनिक अधिकारी शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद रहे. जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने ई-क्रूज की पहली यात्रा की.

देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज (ETV Bharat Ajmer)

बता दें कि नगर निगम ने आनासागर झील में ई-क्रूज के संचालन का ठेका 67 लाख रुपये सालाना में दिया है. वहीं, हर वर्ष 10 प्रतिशत राशि बढ़ाई जाएगी. ई-क्रूज के मालिक जेपी दाधीच ने बताया कि ई-क्रूज निर्माण में 5 करोड़ रुपये की लागत लगी है. इसको गोवा की बोर्ड क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अजमेर में ही बनाया है. यह देश का पहला इलेक्ट्रिक ई-क्रूज है जो भारी-भरकम लोहे से नहीं, बल्कि फाइबर से बना है. इसकी खास बात यह है कि लाइट वेट होने के कारण यह 4 फीट पानी में भी चल सकता है. उन्होंने बताया कि ई-क्रूज डबल डेकर है. इसमें पहले तल पर 75 और ऊपरी तल पर 75 यानी 150 लोग एक साथ ई-क्रूज की सवारी का आनंद ले सकते हैं.

डबल डेकर ई-क्रूज में डांस, पार्टी और खाने-पीने का भी इंतजाम है : ई-क्रूज संचालन कंपनी के मैनेजर सुरेंद्र राव ने बताया कि ई-क्रूज की साइज 22 मीटर है. ई-क्रूज को डबल डेकर बनाया गया है. पहला तल वातानुकूलित है. इसमें डांस फ्लोर और बाहर की ओर खुली हवा में बैठने के लिए भी व्यवस्था की गई है. पहले तल पर किचन है, जहां पर्यटकों को कॉन्टिनेंटल फूड के अलावा फास्ट फूड और जूस मिल पाएगा. इसके अलावा महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट्स की व्यवस्था है. दूसरे तल पर जाने के लिए सीढ़ियां हैं. दूसरे तल के ऊपर छत है, लेकिन खिड़कियां खुली हुईं हैं. झील से टकराकर शीतल हवा आती है जो तरोताजा कर देती है. दूसरे तल से झील और अरावली पहाड़ी के विहंगम दृश्य का लुत्फ उठाया जा सकता है. दूसरे तल पर छोटी किचन भी दी गई है, जहां पर्यटक अपनी इच्छा से खाने-पीने की चीज ले पाएंगे. मैनेजर राव ने बताया कि आगामी दिनों में पार्टी के लिए ई-क्रूज 2 से 4 घंटे के लिए बुक करने की भी व्यवस्था रहेगी. फिलहाल, पर्यटकों को सैर करवाने के लिए ही संचालन किया जा रहा है.

पढ़ें : गांधी वाटिका म्यूजियम: जहां बापू खुद बता रहे हैं गुलामी के अंधेरे से आजादी की रोशनी तक का सफर - Gandhi Vatika Museum In Jaipur

पर्यावरण और जलीय जीवों को नहीं है नुकसान : ई-क्रूज के चालक जगदीश ने बताया कि ई-क्रूज इलेक्ट्रिक है, यानी बैटरियों से इंजन चलता है और इंजन चलने पर बैटरियां रिचार्ज होती हैं. इंजन नहीं भी चले तो 4 से 5 घंटे का बैकअप रहता है. उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में छत पर सोलर सिस्टम भी लगाने की योजना है. चालक जगदीश बताते हैं कि ई-क्रूज के इंजन से आवाज नहीं आती है. इसके अलावा ई-क्रूज में बायो टॉयलेट्स हैं, जिनको हर रोज साफ किया जाता है. उन्होंने बताया कि 45 मिनट तक आनासागर झील की लहरों में ई-क्रूज की सवारी का पर्यटकों को शानदार अनुभव मिलेगा.

युवाओं में ई-क्रूज की सवारी को लेकर क्रेज : ई-क्रूज की सवारी सभी को लुभा रही है. पहले दिन जिन लोगों ने भी क्रूज की सवारी की, उनका अनुभव काफी शानदार रहा. स्थानीय ईशु शर्मा बताती हैं कि स्मार्ट सिटी में यह आनासागर झील में ई-क्रूज की सवारी कोई सोच नहीं सकता था, लेकिन अब इसको अनुभव किया जा सकता है. समंदर में चलने वाले क्रूज का एहसास दिलाता है. स्थानीय डॉ. सृष्ठि शर्मा बताती हैं कि आनासागर झील अजमेर की विशिष्ट पहचान है. झील में ई-क्रूज के संचालन से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं है. उन्होंने कहा कि युवाओ को ई-क्रूज जरूर आकर्षित करेगा. अजमेर आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा.

अजमेर: धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए बड़ी सौगात ई-क्रूज के रूप में मिली है. अजमेर शहर के बीचों-बीच खूबसूरत आनासागर झील में देश के पहले इलेक्ट्रिक डबल डेकर ई-क्रूज पर शुक्रवार से पर्यटक सैर करने के साथ झील की सुंदरता को निहार पाएंगे. झील में 45 मिनट तक डबल डेकर ई-क्रूज में सैर करने का किराया प्रति व्यक्ति 300 रुपये तय किया है. साथ ही बर्थ-डे पार्टी या अन्य कार्यक्रम भी किया जा सकता है. कई खूबियां लिए ई-क्रूज अब अजमेर आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तैयार है.

राजस्थान के आनासागर झील में अब पर्यटकों को समंदर का एहसास मिलेगा. झील में देश के पहले ई-क्रूज की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है. ई-क्रूज के मालिक व्यवसायी जेपी दाधीच की 3 साल की मेहनत रंग लाई है. शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, मेयर ब्रजलता हाड़ा समेत प्रशासनिक अधिकारी शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद रहे. जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने ई-क्रूज की पहली यात्रा की.

देश का पहला डबल डेकर ई-क्रूज (ETV Bharat Ajmer)

बता दें कि नगर निगम ने आनासागर झील में ई-क्रूज के संचालन का ठेका 67 लाख रुपये सालाना में दिया है. वहीं, हर वर्ष 10 प्रतिशत राशि बढ़ाई जाएगी. ई-क्रूज के मालिक जेपी दाधीच ने बताया कि ई-क्रूज निर्माण में 5 करोड़ रुपये की लागत लगी है. इसको गोवा की बोर्ड क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अजमेर में ही बनाया है. यह देश का पहला इलेक्ट्रिक ई-क्रूज है जो भारी-भरकम लोहे से नहीं, बल्कि फाइबर से बना है. इसकी खास बात यह है कि लाइट वेट होने के कारण यह 4 फीट पानी में भी चल सकता है. उन्होंने बताया कि ई-क्रूज डबल डेकर है. इसमें पहले तल पर 75 और ऊपरी तल पर 75 यानी 150 लोग एक साथ ई-क्रूज की सवारी का आनंद ले सकते हैं.

डबल डेकर ई-क्रूज में डांस, पार्टी और खाने-पीने का भी इंतजाम है : ई-क्रूज संचालन कंपनी के मैनेजर सुरेंद्र राव ने बताया कि ई-क्रूज की साइज 22 मीटर है. ई-क्रूज को डबल डेकर बनाया गया है. पहला तल वातानुकूलित है. इसमें डांस फ्लोर और बाहर की ओर खुली हवा में बैठने के लिए भी व्यवस्था की गई है. पहले तल पर किचन है, जहां पर्यटकों को कॉन्टिनेंटल फूड के अलावा फास्ट फूड और जूस मिल पाएगा. इसके अलावा महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट्स की व्यवस्था है. दूसरे तल पर जाने के लिए सीढ़ियां हैं. दूसरे तल के ऊपर छत है, लेकिन खिड़कियां खुली हुईं हैं. झील से टकराकर शीतल हवा आती है जो तरोताजा कर देती है. दूसरे तल से झील और अरावली पहाड़ी के विहंगम दृश्य का लुत्फ उठाया जा सकता है. दूसरे तल पर छोटी किचन भी दी गई है, जहां पर्यटक अपनी इच्छा से खाने-पीने की चीज ले पाएंगे. मैनेजर राव ने बताया कि आगामी दिनों में पार्टी के लिए ई-क्रूज 2 से 4 घंटे के लिए बुक करने की भी व्यवस्था रहेगी. फिलहाल, पर्यटकों को सैर करवाने के लिए ही संचालन किया जा रहा है.

पढ़ें : गांधी वाटिका म्यूजियम: जहां बापू खुद बता रहे हैं गुलामी के अंधेरे से आजादी की रोशनी तक का सफर - Gandhi Vatika Museum In Jaipur

पर्यावरण और जलीय जीवों को नहीं है नुकसान : ई-क्रूज के चालक जगदीश ने बताया कि ई-क्रूज इलेक्ट्रिक है, यानी बैटरियों से इंजन चलता है और इंजन चलने पर बैटरियां रिचार्ज होती हैं. इंजन नहीं भी चले तो 4 से 5 घंटे का बैकअप रहता है. उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में छत पर सोलर सिस्टम भी लगाने की योजना है. चालक जगदीश बताते हैं कि ई-क्रूज के इंजन से आवाज नहीं आती है. इसके अलावा ई-क्रूज में बायो टॉयलेट्स हैं, जिनको हर रोज साफ किया जाता है. उन्होंने बताया कि 45 मिनट तक आनासागर झील की लहरों में ई-क्रूज की सवारी का पर्यटकों को शानदार अनुभव मिलेगा.

युवाओं में ई-क्रूज की सवारी को लेकर क्रेज : ई-क्रूज की सवारी सभी को लुभा रही है. पहले दिन जिन लोगों ने भी क्रूज की सवारी की, उनका अनुभव काफी शानदार रहा. स्थानीय ईशु शर्मा बताती हैं कि स्मार्ट सिटी में यह आनासागर झील में ई-क्रूज की सवारी कोई सोच नहीं सकता था, लेकिन अब इसको अनुभव किया जा सकता है. समंदर में चलने वाले क्रूज का एहसास दिलाता है. स्थानीय डॉ. सृष्ठि शर्मा बताती हैं कि आनासागर झील अजमेर की विशिष्ट पहचान है. झील में ई-क्रूज के संचालन से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं है. उन्होंने कहा कि युवाओ को ई-क्रूज जरूर आकर्षित करेगा. अजमेर आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा.

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