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सफाई कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा, जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन - indefinite strike of sweepers

धौलपुर के नगर परिषद और नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनि​श्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है. सफाई कर्मचारियों ने रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

indefinite strike of sweepers
सफाई कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 14, 2024, 6:59 PM IST

सफाई कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल

धौलपुर. जिले की नगर परिषद और नगर पालिका में कार्यरत सभी सफाई कर्मचारी लंबित मांगों को लेकर गुरुवार से सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं. पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी हैं. कर्मचारियों ने इसको लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है.

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह थनवार के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे सफाई कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सामूहिक अवकाश पर जाकर अनिश्चिकालीन हड़ताल की जानकारी दी. सफाई कार्मिकों ने ज्ञापन में बताया कि 12 मार्च से सफाई कर्मचारियों द्वारा जयपुर शहर समेत संपूर्ण राजस्थान में सामूहिक अवकाश कर सफाई कार्य का बहिष्कार किया गया है. जिसको लेकर संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के पदाधिकारी द्वारा 11 मार्च को जयपुर में हैरिटेज मुख्यालय पर आमसभा में पांच सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा की गई थी. 13 मार्च को दोपहर बाद धौलपुर नगर परिषद और नगर पालिका क्षेत्र में सभी सफाई कार्य का बहिष्कार किया गया. जब तक मांगे नहीं मानी जाती हैं, कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.

पढ़ें: सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से नहीं उठा कचरा, नई भर्ती का कर रहे हैं विरोध

प्रमुख मांग: यूनियन के अध्यक्ष मोहन थनवार ने बताया कि सफाई कर्मचारी आरक्षण का विरोध करते हैं और मस्टरोल में एक वर्ष तक सफाई कर्मचारियों को लगाने की मांग भी करते हैं. सफाई कर्मचारी विगत 10 वर्षों से काम में लगे हुए हैं, लिहाजा इनको प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार गैर वाल्मीकि समाज के लोगों को नियुक्ति देती है. जिस वजह से सफाई कर्मचारियों के हितों की उपेक्षा हो रही है.

पढ़ें: 24 हजार से ज्यादा पदों के लिए सफाईकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू, लॉटरी के बाद 3 माह चलेगा प्रैक्टिकल

सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा असर: गुरुवार को सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. जिस वहज से शहर की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ेगा. पुराना शहर, जिला अस्पताल से लेकर प्रमुख बाजारों में हालात बदतर हो सकते हैं. सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि विगत लंबे समय से राज्य सरकार से मांग करते चले आ रहे हैं. लेकिन राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों ध्यान नही दे रही है.

सफाई कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल

धौलपुर. जिले की नगर परिषद और नगर पालिका में कार्यरत सभी सफाई कर्मचारी लंबित मांगों को लेकर गुरुवार से सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं. पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी हैं. कर्मचारियों ने इसको लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है.

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह थनवार के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे सफाई कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सामूहिक अवकाश पर जाकर अनिश्चिकालीन हड़ताल की जानकारी दी. सफाई कार्मिकों ने ज्ञापन में बताया कि 12 मार्च से सफाई कर्मचारियों द्वारा जयपुर शहर समेत संपूर्ण राजस्थान में सामूहिक अवकाश कर सफाई कार्य का बहिष्कार किया गया है. जिसको लेकर संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के पदाधिकारी द्वारा 11 मार्च को जयपुर में हैरिटेज मुख्यालय पर आमसभा में पांच सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा की गई थी. 13 मार्च को दोपहर बाद धौलपुर नगर परिषद और नगर पालिका क्षेत्र में सभी सफाई कार्य का बहिष्कार किया गया. जब तक मांगे नहीं मानी जाती हैं, कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.

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प्रमुख मांग: यूनियन के अध्यक्ष मोहन थनवार ने बताया कि सफाई कर्मचारी आरक्षण का विरोध करते हैं और मस्टरोल में एक वर्ष तक सफाई कर्मचारियों को लगाने की मांग भी करते हैं. सफाई कर्मचारी विगत 10 वर्षों से काम में लगे हुए हैं, लिहाजा इनको प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार गैर वाल्मीकि समाज के लोगों को नियुक्ति देती है. जिस वजह से सफाई कर्मचारियों के हितों की उपेक्षा हो रही है.

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सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा असर: गुरुवार को सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. जिस वहज से शहर की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ेगा. पुराना शहर, जिला अस्पताल से लेकर प्रमुख बाजारों में हालात बदतर हो सकते हैं. सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि विगत लंबे समय से राज्य सरकार से मांग करते चले आ रहे हैं. लेकिन राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों ध्यान नही दे रही है.

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