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गजब! 461 बच्चों के खाने में भारी मिलावट की सजा महज इंक्रीमेंट पर रोक, तीन स्कूलों के प्रधानाचार्य के खिलाफ 'खानापूरी एक्शन'

फर्रुखाबाद में तीन स्कूलों के 461 बच्चों के खाने में मिलावट के मामले में सरकारी खानापूरी एक्शन सामने आया है. इस मामले में तीनों स्कूलों के प्रधानाचार्य के खिलाफ महज एक साल के इंक्रीमेंट पर रोक लगाई गई है. इसे लेकर जिले में चर्चा हो रही है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 7, 2024, 11:27 AM IST

Updated : Mar 7, 2024, 12:29 PM IST

फर्रुखाबादः जिले के तीन स्कूलों के 461 बच्चों के मिड डे मील में मिली बड़ी मिलावट के बाद सरकारी खानापूरी एक्शन सामने आया है. इस मामले में खाने के जांच नमूने फेल होने के बाद बीएसए की ओर से तीनों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की महज एक साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है. बच्चों की सेहत से जुड़ा गंभीर मामला सामने आने के बाद अब इस पर लिया गया हल्का एक्शन चर्चा में हैं.

बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बीते वर्ष 23 नवंबर को संविलियन पूर्व माध्यमिक विद्यालय चीनीग्राम में 205 बच्चों के लिए बनी सब्जी, 6 दिसंबर को उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरा रहमत खां में 143 बच्चों के लिए बनी तहरी और प्राथमिक विद्यालय कटरा रहमत खां में 113 बच्चों के लिए वहां रखे आटे के नमूने जांच के लिए भेजे थे. जांच में सभी नमूने फेल हो गए. सब्जी में यलो सिंथेटिक रंग मिला. तहरी और आटा अधोमानक निकला. इसे लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने चिंता जताई थी. यहीं नहीं हल्दी और तेल भी मिलावटी मिले थे. इस संबंध में बीएसए को जांच रिपोर्ट भी भेजी गई थी. इस पर बीएसए ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था. सीडीओ अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा था कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद का कहना है इस संबंध में विद्यालयों के प्रधानाध्यापक से स्पष्ट स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया. प्रधानाध्यापक लक्ष्मी देवी, प्रधानाध्यापक यासमीन बेगम, प्रधानाध्यापक अर्चना के द्वारा स्पष्टीकरण मिला. जांच और तथ्यों के सामने आने के बाद तीनों दोषी पाए गए. इसी के चलते तीनों की एक वार्षिक वेतन वृद्धि पर अस्थाई रूप से रोक लगाई गई है.

फर्रुखाबादः जिले के तीन स्कूलों के 461 बच्चों के मिड डे मील में मिली बड़ी मिलावट के बाद सरकारी खानापूरी एक्शन सामने आया है. इस मामले में खाने के जांच नमूने फेल होने के बाद बीएसए की ओर से तीनों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की महज एक साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है. बच्चों की सेहत से जुड़ा गंभीर मामला सामने आने के बाद अब इस पर लिया गया हल्का एक्शन चर्चा में हैं.

बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बीते वर्ष 23 नवंबर को संविलियन पूर्व माध्यमिक विद्यालय चीनीग्राम में 205 बच्चों के लिए बनी सब्जी, 6 दिसंबर को उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरा रहमत खां में 143 बच्चों के लिए बनी तहरी और प्राथमिक विद्यालय कटरा रहमत खां में 113 बच्चों के लिए वहां रखे आटे के नमूने जांच के लिए भेजे थे. जांच में सभी नमूने फेल हो गए. सब्जी में यलो सिंथेटिक रंग मिला. तहरी और आटा अधोमानक निकला. इसे लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने चिंता जताई थी. यहीं नहीं हल्दी और तेल भी मिलावटी मिले थे. इस संबंध में बीएसए को जांच रिपोर्ट भी भेजी गई थी. इस पर बीएसए ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा था. सीडीओ अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा था कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद का कहना है इस संबंध में विद्यालयों के प्रधानाध्यापक से स्पष्ट स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया. प्रधानाध्यापक लक्ष्मी देवी, प्रधानाध्यापक यासमीन बेगम, प्रधानाध्यापक अर्चना के द्वारा स्पष्टीकरण मिला. जांच और तथ्यों के सामने आने के बाद तीनों दोषी पाए गए. इसी के चलते तीनों की एक वार्षिक वेतन वृद्धि पर अस्थाई रूप से रोक लगाई गई है.

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Last Updated : Mar 7, 2024, 12:29 PM IST
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