मसौढ़ी: पटना के मसौढ़ी में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से लगातार गांव से लेकर शहर तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है. इसलिए प्रशासन की ओर से पूरा जोर लगाया जा रहा है.
10 मतदान केंद्रो पर तैयारी तेज: दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्र और धनरूआ प्रखंड के 10 मतदान केंद्रो पर औसत से भी कम वोटिंग रही. ऐसे में पिछले डाटा को सुधारने के लिए प्रशासन महीने भर से लगातार विभिन्न क्षेत्रों में जाकर जागरूकता अभियान चला रही है.
1 जून को पाटलिपुत्र में चुनाव: बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही है. 1 जून को पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होना है, जिसको लेकर घर-घर मतदाता जागरूकता अभियान जोर-शोर से चल रहा है. लेकिन मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो धनरूआ प्रखंड में कुल 10 ऐसे बूथ हैं जहां पर मतदान प्रतिशत बहुत ही कम रहा.
इन बूथों पर पड़ा प्रभाव: इन बूथ में प्रखंड विद्यालय लरहा शामिल है, जहां पर वोट का बहिष्कार हुआ था. वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय खड़ीहा पर महज 10% और उत्क्रमित मध्य विद्यालय फुलपूरा 28% मतदान हुआ था. इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय विनेका पर 35%, मध्य विद्यालय बौरही पर 35%, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रघुनाथपुर पर 35%, प्राथमिक विद्यालय अतापुर पर 41%, आंगनबाड़ी केंद्र बडीहा पर 41%, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोंनपुरा पर 42%, प्राथमिक विद्यालय अवधारा पर 42%, मतदान हुआ है. जबकि मसौढ़ी में पिपला में 19% मतदान हुआ है और फुलपुरा में वोट बहिष्कार हुआ है. वहीं, मसौढ़ी मुख्यालय शहर में शिक्षक ट्रेनिंग स्कूल में औसत से कम वोट प्रतिशत रहा.
"वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर लगातार जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. धनरुआ में पिछले लोकसभा चुनाव में 10 मतदान केंद्रों पर कम वोटिंग रही है. ऐसे में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है." - सीमा कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, धनरुआ
"मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में 391 में मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर 45 सेक्टर पदाधिकारी हैं. सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने क्षेत्र में लगातार वोट जागरूकता चला रहे हैं. कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं ताकि मतदान प्रतिशत बढ़े." - अमित कुमार पटेल, एसडीएम, मसौढ़ी