दुर्ग : छत्तीसगढ़ में बदलते मौसम का असर देखने को मिल रहा है. आम दिनों की तुलना में अब अस्पतालों में उल्टी,दस्त,अस्थमा और हीट स्ट्रोक के मरीज बढ़ने लगे हैं. दुर्ग जिला अस्पताल और सुपेला अस्पताल में रोजाना 400 से अधिक लोग स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंच रहे हैं. रोजाना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ ही निजी अस्पताल, प्राइवेट क्लीनिक और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में लोग पहुंचकर अपना इलाज करवा रहे हैं.
मौसम बदलने से बढ़ी बीमारियां : आपको बता दें कि दुर्ग जिले में कभी गर्म हवा चलती है, तो कभी मौसम करवट ले लेता है.जिससे बारिश हो जाती है. फिर तेज धूप के कारण उमस और गर्मी बढ़ती है.अचानक हुए मौसम के बदलाव से लोगों को मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.वहीं धूप के कारण कई लोग हीट स्ट्रोक के शिकार बन रहे हैं. सर्द गर्म होने की वजह से लोगों को होने वाले हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ओआरएस घोल बनाकर पीने जा की सलाह दी जा रही है.
हीट स्ट्रोक के लिए कॉर्नर : गर्मी को देखते हुए जिला अस्पताल में ओआरटी कॉर्नर बनाए गए हैं, जहां ओआरएस का घोल बनाकर रखा गया है.गर्मी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को ओआरएस का घोल दिया जा रहा है.
''हर 5 मिनट में पानी जरूर पीएं. अस्पताल में पर्याप्त दवाईयां उपलब्ध हैं, अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को ओआरएस लोगों को पिलाया जा रहा है. किसी को भी उल्टी दस्त की समस्या हो तुरंत नजदीक अस्पताल जरूर जाएं.''- डॉ पीयम सिंह, प्रभारी सुपेला अस्पताल
सुपेला अस्पताल प्रभारी डॉ पीयम सिंह ने बताया कि लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन को लेकर लोगों को सतर्क रहना जरूरी है,.कोई काम ना हो तो बाहर न निकलें क्योंकि धूप बहुत ज्यादा है, बाहर निकलते भी है तो एक पानी बोतल लेकर बाहर निकले.