रांची: रामनवमी को लेकर उत्साह चरम पर है. हर वर्ष की तरह इस बार भी रांची में पारंपरिक रूप से हर्षोल्लास के साथ रामनवमी के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली जाएगी. अपर बाजार स्थित महावीर मंदिर से करीब 4.5 किलोमीटर की दूरी तय कर बड़ी संख्या में भक्त तपोवन मंदिर पहुंचेंगे.
बुधवार को निकलनेवाली इस शोभायात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है, लेकिन सबसे अहम बात यह है कि जिस तपोवन मंदिर में पहुंचकर शोभा यात्रा समाप्त होती है उसके आसपास बिजली, पानी, सीसीटीवी कैमरा और खराब रास्ते को दुरुस्त नहीं किया गया है.फ्लाईओवर निर्माण की वजह से ओवरब्रिज होते हुए राजेंद्र चौक के रास्ते निवारणपुर मंदिर परिसर तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को भारी परेशानी होगी.
तपोवन मंदिर के महंत ने प्रशासन और राज्यपाल को लिखा पत्र
इस संबंध में तपोवन मंदिर के महंत ओमप्रकाश शरण ने अब तक व्यवस्था नहीं पूरी किए जाने पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन के साथ-साथ राज्यपाल को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि भक्तों की संभावित भीड़ को ध्यान में रखकर बिजली, सीसीटीवी और सड़क की साफ-सफाई आवश्यक है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो.
अपर्याप्त व्यवस्था से महावीर मंडल नाराज
रामनवमी के मौके पर हर साल आम और खास लोगों का जमावड़ा तपोवन मंदिर में लगता रहा है. इस स्थल पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री से लेकर कई वीआईपी रामनवमी के दिन आते रहे हैं. इसके अलावे भक्तों की भारी भीड़ सुबह से लगनी शुरू हो जाती है. ऐसे में मंदिर परिसर के अंदर की जिम्मेदारी तो मंदिर प्रबंधन लेता है, लेकिन मंदिर के बाहर की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है. इधर, तपोवन मंदिर के आसपास समुचित व्यवस्था नहीं होने पर महावीर मंडल ने भी नाराजगी जताई है.
श्रद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में हो सकती है परेशानी
महावीर मंडल के पूर्व अध्यक्ष हीरालाल साहू ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान जिस तरह से बड़े-बड़े ध्वज लेकर श्रद्धालु तपोवन मंदिर तक पहुंचते हैं, ऐसे में ओवरब्रिज होते हुए मंदिर तक पहुंचना बेहद ही मुश्किल होगा. मंदिर के आसपास बिजली और अन्य सुविधा का खास प्रबंध जरूरी है. वहीं जयप्रकाश गुप्ता कहते हैं कि जिस तरह से भक्तों की भीड़ शोभा यात्रा में उमड़ती है ऐसे में यदि व्यवस्था पूरी नहीं की जाती है तो श्रद्धालुओं को परेशानी जरूर होगी.
रांची में 1929 से शुरू हुई थी रामनवमी शोभा यात्रा
बहरहाल श्रद्धालुओं की आस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रांची में 1929 से शुरू हुई रामनवमी शोभा यात्रा में समय के साथ भीड़ बढ़ती ही चली गई. अब रामनवमी की शोभा यात्रा में गांव से लेकर शहर में रहनेवाले श्रद्धालुओं का हुजूम सड़क पर उतर जाता है और पूरी रांची राममय हो जाती है. ऐसे में सड़क, बिजली और सीसीटीवी जैसी बुनियादी सुविधा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
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