जयपुर. प्रदेश में जारी भीषण गर्मी और हीटवेव से आमजन को राहत दिलाने के लिए सभी विभागों के अधिकारी समन्वय स्थापित कर हीटवेव एक्शन प्लान तैयार करें और इसका प्रभावी क्रियान्वयन भी करें. यह कहना है जयपुर के जिला प्रभारी सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक का. आलोक ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में अलग-अलग विभागों की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने कहा कि उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी फील्ड में मुस्तैद रहें. बिजली, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं चिकित्सा विभाग सहित अन्य विभाग एवं प्राधिकरण समन्वय के साथ काम करें और आमजन तक हर संभव राहत पहुंचाएं.
प्रभारी सचिव आलोक ने बैठक में हीटवेव एवं मौसमी बीमारियों को देखते हुए अस्पतालों एवं चिकित्सा केन्द्रों में साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता एवं कार्मिकों की विशेष व्यवस्था करने के साथ-साथ कूलर एवं पंखों के अतिरिक्त इंतजाम करने के निर्देश दिए. उन्होंने राजकीय अस्पतालों एवं चिकित्सा केन्द्रों में दवा वितरण व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए पर्याप्त फार्मासिस्ट की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.
पेयजल आपूर्ति में समानता रखी जाए : प्रभारी सचिव ने जिले में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष में प्राप्त होने वाली शिकायतों पर त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग करें एवं आमजन से संवाद कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करें. उन्होंने पानी के पुर्नउपयोग एवं आपूर्ति के निर्देश देते हुए कहा कि कृषि एवं घरेलू पेयजल आपूर्ति में समानता रखी जाए. बिजली मित्र एप के जरिए कम समय में समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. बैठक से पहले जिला प्रभारी सचिव आलोक ने बस्सी स्थित राजकीय स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जयपुर में हिंगोनिया गौशाला का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सभी आवश्यक इंतजाम दुरुस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी राजकीय विभागों के ई-फाइल डिस्पोजल समय, लम्बित भू-हस्तान्तरण, भू-रूपान्तरण एवं भू-आवंटन की स्थिति की भी समीक्षा की.
पौधरोपण अभियान पर जोर : बैठक में प्रभारी सचिव ने रात्रि चौपाल के दौरान मिलने वाली शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संपर्क पोर्टल पर अपलोड करने एवं समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि रात्रि चौपाल के दौरान साइबर अपराधों से बचाव एवं हेल्प लाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाने की प्रक्रिया के साथ ऑनलाइन जमाबंदी डाउनलोड करने जैसी जरूरी जानकारियां भी आमजन को मुहैया करवाई जाएं. उन्होंने जिले में संचालित गोशालाओं के बेहतर प्रबंधन एवं संचालन के निर्देश दिए. साथ ही पौधरोपण अभियान को जन आंदोलन बनाने की बात कही. बैठक में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जॉसेफ, जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रथम) सुरेश कुमार नवल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (तृतीय) राजकुमार कस्वां आदि मौजूद रहे.