चित्तौड़गढ़: निम्बाहेड़ा के टैंट व्यवसायी सुरेश काबरा के सूने मकान से 5 लाख से अधिक की नकदी व 8 से 10 तोला सोने चांदी के जेवरात की चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. टैंट कारोबारी का विश्वसनीय ठेकेदार ही आरोपी निकला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने शातिराना अंदाज में घर के सीसीटीवी कैमरों को शॉर्ट सर्किट से बंद कर हाथों में दस्ताने पहन चोरी की वारदात अंजाम दिया था.
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि काबरा अपने परिवार के साथ 10 जुलाई से यात्रा पर थे. 05 अगस्त को लौटे तो कमरों में अलमारी के ताले टूटे हुए थे. सामान बिखरे हुए पड़े थे. पांच लाख से अधिक नकद, 8 से 10 तोला सोने के जेवरात चोरी हो चुका था. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई सूरज कुमार को सौंपी. जोशी ने बताया कि आरोपियों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खगांले गए. टैन्ट व्यवसाय में लगे संदिग्ध मजदूर व ठेकेदार से पूछताछ की गई. इस पर ठेकेदार मोजम्मल पर शक हुआ. पूछताछ में वह बार बार बयान बदल रहा था. इस पर मोजम्मल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल कर ली. इस पर आरोपी मोजम्मल वर्तमान में निम्बाहेड़ा के कमधज नगर में रहता है. वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के रामनाथपुरा गांव का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी मोजम्मल की सूचना पर चोरी का सम्पूर्ण माल भी बरामद कर लिया.
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यूं दिया वारदात को अंजाम: आरोपी मोजम्मल ने शातिराना अंदाज में चोरी की वारदात को अंजाम दिया. टैंट कारोबारी सुरेश काबरा एवं उसके परिवार के विदेश जाने के बाद उसने शॉर्ट सर्किट करवाकर घर के सारे कैमरे बंद करवा दिए. बाद में 27 जुलाई को उसने रात बारह बजे से 3 बजे के बीच छत के रास्ते से सीढ़ी का सहारा लेकर मकान के अन्दर प्रवेश किया. कोई सबूत शेष ना रहे, इसलिए अपने हाथों में दस्ताने पहन लिए. वहां रह रहे बंगाली मजदूरों पर शक ना हो, इसके लिए अपराधी ने मकान के दूसरी तरफ रस्सी बांधकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया ताकि ऐसा लगे कि अपराधी बाहर का है, जो रस्सी लटकाकर भाग गया.
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आरोपी 18 सालों से निम्बाहेड़ा में काम करता था: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस के बार बार सुरेश काबरा के घर आने और एफएसएल टीम की ओर से बारीकी से निरीक्षण करने से घबरा गया. पुलिस पूछताछ में उस पर शक हो गया. उन्होंने बताया कि आरोपी मोजम्मल पिछले 18 सालों से निम्बाहेड़ा में टैंट ठेकेदारी का काम करता है. आरोपी प्रार्थी सुरेश काबरा का सबसे विश्वनीय ठेकेदार था. पुलिस जब अपराधी की तलाश कर रही थी तो आरोपी मोजम्मल लगातार पुलिस व प्रार्थी के साथ घूमकर पुलिस की कार्रवाई पर नजर रख रहा था.