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छह साल के बच्चे ने निगला सेल, श्वांस नली के जरिए फैफड़े में पहुंचा, ऐसे बची जान - CELL REMOVED FROM LUNGS

कोटा के एमबीएस अस्पताल में ईएनटी विभाग में 6 साल के बच्चे के फेफड़े से दूरबीन की मदद से सेल निकाला गया.

Cell Removed From Lungs
छह साल के बच्चे ने निगला सेल (ETV BHARAT KOTA)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 13, 2024, 9:20 PM IST

कोटा : शहर के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल के ईएनटी विभाग के चिकित्सकों ने एक 6 साल के बच्चे के फेफड़े से दूरबीन की मदद से सेल निकाला है. ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. शिव कुमार ने बताया कि बच्चे ने खेलते समय सेल को निगल लिया था. उसके बाद सेल बच्चे के फेफड़े में जाकर फंस गया. ऐसे में बच्चे की हालत गंभीर होने पर परिजन उसे मध्यप्रदेश के श्योपुर से कोटा उपचार के लिए लेकर आए थे.

डॉ. शिव कुमार ने बताया कि 6 वर्षीय सावन कुमार को उसके माता-पिता मुकेश और रेखा ओपीडी में लेकर गुरुवार दोपहर को आए थे. परिजनों ने सेल निगलने की जानकारी दी. उसके बाद उन्होंने बताया कि सांस लेने में बच्चे को तकलीफ हो रही थी. जांच करवाने पर छाती में सेल होने की बात सामने आई. सीटी स्कैन में दाएं फैफड़े में वो साफ-साफ नजर आया. उसके बाद बच्चे को तत्काल भर्ती कर लिया गया. शुक्रवार को ऑपरेशन थिएटर में उसे ले जाया गया, जहां दूरबीन प्रॉसिजर से उसे बाहर निकाला गया.

इसे भी पढ़ें - SMS अस्पताल में हुआ पहला एरोटिक आर्च रिप्लेसमेंट, चिकित्सकों ने किया ये बड़ा दावा

इस दौरान डॉ. कुलदीप राणा, डॉ. शुभम और एनेस्थीसिया डॉ. देव राज मौजूद रहे. इस प्रॉसिजर में करीब दो मिनट का समय लगा, लेकिन दूरबीन डालने से बच्चे की सांस रुक जाती थी. वहीं, दूसरी तरफ से इंस्ट्रूमेंट डालने पर बच्चे को खासा परेशानी हो रही थी, लेकिन आखिरकार बच्चे के फेफड़े से सफलतापूर्वक सेल को बाहर निकाल लिया गया.

डॉ. शिवकुमार ने कहा कि परिजनों ने उन्हें बताया कि बच्चे के खिलौने में सेल था. दो दिन पहले खेलते समय वो निकल गया था. आमतौर पर यह सेल आहार नली में चला जाता है, लेकिन ये बच्चे के श्वांस नली में चला गया था और उसके जरिए फेफड़े में पहुंच गया था.

कोटा : शहर के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल के ईएनटी विभाग के चिकित्सकों ने एक 6 साल के बच्चे के फेफड़े से दूरबीन की मदद से सेल निकाला है. ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. शिव कुमार ने बताया कि बच्चे ने खेलते समय सेल को निगल लिया था. उसके बाद सेल बच्चे के फेफड़े में जाकर फंस गया. ऐसे में बच्चे की हालत गंभीर होने पर परिजन उसे मध्यप्रदेश के श्योपुर से कोटा उपचार के लिए लेकर आए थे.

डॉ. शिव कुमार ने बताया कि 6 वर्षीय सावन कुमार को उसके माता-पिता मुकेश और रेखा ओपीडी में लेकर गुरुवार दोपहर को आए थे. परिजनों ने सेल निगलने की जानकारी दी. उसके बाद उन्होंने बताया कि सांस लेने में बच्चे को तकलीफ हो रही थी. जांच करवाने पर छाती में सेल होने की बात सामने आई. सीटी स्कैन में दाएं फैफड़े में वो साफ-साफ नजर आया. उसके बाद बच्चे को तत्काल भर्ती कर लिया गया. शुक्रवार को ऑपरेशन थिएटर में उसे ले जाया गया, जहां दूरबीन प्रॉसिजर से उसे बाहर निकाला गया.

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इस दौरान डॉ. कुलदीप राणा, डॉ. शुभम और एनेस्थीसिया डॉ. देव राज मौजूद रहे. इस प्रॉसिजर में करीब दो मिनट का समय लगा, लेकिन दूरबीन डालने से बच्चे की सांस रुक जाती थी. वहीं, दूसरी तरफ से इंस्ट्रूमेंट डालने पर बच्चे को खासा परेशानी हो रही थी, लेकिन आखिरकार बच्चे के फेफड़े से सफलतापूर्वक सेल को बाहर निकाल लिया गया.

डॉ. शिवकुमार ने कहा कि परिजनों ने उन्हें बताया कि बच्चे के खिलौने में सेल था. दो दिन पहले खेलते समय वो निकल गया था. आमतौर पर यह सेल आहार नली में चला जाता है, लेकिन ये बच्चे के श्वांस नली में चला गया था और उसके जरिए फेफड़े में पहुंच गया था.

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