करनाल: जिले में आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन हरियाणा की ओर से आज अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया. उन्होंने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन भी सौंपा. उनकी मुख्य मांग है कि लाभार्थियों को राशन वितरण करने वाली ऐप की बाध्यता खत्म की जाए, क्योंकि इस 'फोटो कैप्चर' ऐप के बारे में बहुत से कर्मचारियों को जानकारी नहीं है. बहुत से कर्मचारियों के पास स्मार्टफोन भी नहीं है, जिसके चलते उनको राशन वितरण करने में परेशानी हो रही है. साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई होने वाले राशन की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाए हैं और कहा कि उनके पास एक्सपायरी डेट का राशन भेजा जा रहा है.
एक्सपायरी डेट का राशन पहुंच रहा : यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष रूपा रानी ने बताया कि वो प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि पिछले कुछ महीने से उनके पास एक्सपायरी डेट का राशन पहुंच रहा है, जो वो बच्चों को और गर्भवती महिलाओं को नहीं दे सकती. अगर उनको दे दिया तो उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि इस बारे में अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया था लेकिन उसके बावजूद भी इस पर अमल नहीं हुआ है. उनसे जबरन इसका डाटा ऑनलाइन करवाया गया है.
कई वर्कर्स कम पढ़ी-लिखी, पोर्टल नहीं समझ पाएगी : उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि जिस भी लाभार्थी को वो राशन देते हैं, उसके साथ उनको फोटो लेनी होती है. इसके लिए नया पोर्टल फोटो कैप्चर के लिए जारी किया गया है, लेकिन बहुत से कर्मचारियों के पास स्मार्टफोन नहीं है और बहुत से ऐसी कर्मचारी हैं जो कम पढ़ी-लिखी हैं, क्योंकि पुरानी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की शैक्षणिक योग्यता कम रखी गई थी. अब उनको इसकी जानकारी नहीं है, जिसके चलते उनको परेशानी हो रही है.
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आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांगें :
- नए पोषण ट्रैकर में काम करने में परेशानी हो रही है, उसको दुरुस्त किया जाए.
- हड़ताल के दौरान बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से बहाल करके उनका मानदेय दिया जाए.
- आंदोलन के दौरान जिस जिले में मुकदमे दर्ज हुए हैं, उनको खारिज किया जाए.
- आंगनबाड़ी केंद्र में बनने वाले राशन के लिए गैस इस्तेमाल होती है, उसका पूरा पैसा नहीं दिया जा रहा और ना ही गैस सिलेंडर दिया जा रहा, उसके लिए भी संज्ञान लिया जाए.
- सुपरवाइजर की पदोन्नति की जाए.
- आंगनबाड़ी वर्कर्स के खाली पड़े हुए पदों को तुरंत प्रभाव से भर्ती करके पूरा किया जाए.
- अगर आंगनबाड़ी केंद्रों को क्रैच में तब्दील किया जाता है तो केवल क्रैच का काम ही किया जाए.
- आंगनवाड़ी वर्कर्स को तीसरे और हेल्पर को चौथे दर्जे का कर्मचारी घोषित कर वेतन दिया जाए.
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