कानपुर : लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. पार्टियों के कार्यकर्ता पूरे जोश में नजर आ रहे हैं. कानपुर में इसी उत्साह में भाजपा कार्यकर्ता गलती कर बैठे. शताब्दी एक्सप्रेस से उतरते ही उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी को पहचानने में चूक कर दी. उन्होंने प्रत्याशी की जगह राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद का स्वागत कर दिया. कार्यकर्ता फूल-माला और पटका तो राज्यसभा सदस्य को पहना रहे थे, लेकिन नारा रमेश अवस्थी के नाम का लगा रहे थे.
भाजपा ने कानपुर सीट पर लोकसभा चुनाव के लिए रमेश अवस्थी को अपना प्रत्याशी घोषित किया था तो कई कार्यकर्ताओं को उनके बारे में जानकारी नहीं थी. बुधवार को रमेश अवस्थी के शताब्दी एक्सप्रेस से कानपुर आने की जानकारी पर तमाम कार्यकर्ता उनके स्वागत की तैयारियों में जुटे थे. सोशल मीडिया पर अन्य कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करते हुए पोस्टर व बैनर भी पोस्ट कर दिए.
बुधवार सुबह 11 से 11.30 बजे के बीच प्रत्याशी घोषित होने के बाद पहली बार रमेश अवस्थी शताब्दी एक्सप्रेस से कानपुर पहुंचे. उनके साथ राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद भी थे. कानपुर सेंट्रल पर कार्यकर्ता फूल-माला और पटका लेकर खड़े थे. कार्यकर्ताओं को इस बात की जानकारी नहीं थी राज्यसभा सदस्य भी साथ हैं.
राज्यसभा सदस्य बोगी से बाहर निकले तो कार्यकर्ता उन्हें रमेश अवस्थी समझकर जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. इसके बाद उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया. उनकी वेशभूषा व स्टाइल को देख कार्यकर्ता भ्रमित हो गए. इसके बाद जब रमेश अवस्थी बाहर आए तो कार्यकर्ताओं को अपनी भूल का अहसास हुआ.
वे सिर झुकाए उनके पास पहुंचे. उन्हें माला पहनाईं. रमेश अवस्थी ने इस वाकये को गंभीरता से नहीं लिया. वह ढोल की थाप के साथ कानपुर सेंट्रल से बाहर निकले और रथ पर सवार होकर खूब घूमे. हालांकि कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दबी जुबां में कहा कि पहले दिन ही किरकिरी करा दी. हड़बड़ाहट में गलत स्वागत हो गया.
मीडिया से बातचीत में भाजपा लोकसभा प्रत्याशी रमेश अवस्थी ने कहा कि जिस तरह पीएम मोदी ने विकसित भारत का सपना देखा और उसे पूरा करने की दिशा में काम शुरू किया, ठीक वैसे ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी कि विकसित कानपुर की परिकल्पना को साकार कर दूं.
भाजपा प्रत्याशी रमेश अवस्थी बुधवार को टिकट जारी होने के बाद दिल्ली से पहली बार कानपुर आए. उनके स्वागत में विधायक सुरेंद्र मैथानी, एमएलसी सलिल विश्नोई समेत अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी एकजुट दिखे, लेकिन मौजूदा सांसद सत्यदेव पचौरी व विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना नहीं पहुंचे. ऐसे में पहले दिन से ही भाजपाइयों संग शहर के लोगों ने तरह-तरह के कयास लगाने शुरू कर दिए.
यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने 4 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की, रायबरेली-अमेठी में अभी इंतजार, सीतापुर से नकुल दुबे प्रत्याशी