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पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना, जानिए कैसे घर बैठे होगा रजिस्ट्रेशन - पेटस रजिस्ट्रेशन नहींं 5 हजार फाइन

Pets Registration in Ghaziabad: गाजियाबाद में पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाता है तो नगर निगम 5,000 रुपए जुर्माना लगा देगा. अब इसके लिए आसान सुविधा उपलब्ध है. घर बैठे मोबाइल के प्ले स्टोर पर जाकर गाजियाबाद नगर निगम पेट रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन से आप आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 7, 2024, 5:54 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद में पेट डॉग्स के हमले के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए नगर निगम ने मामले में सख्ती शुरू कर दी है. शहरी क्षेत्र में पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराने का शुल्क नगर निगम द्वारा 5 गुना बढ़ाया गया है. हालांकि, बढ़ा हुआ शुल्क 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा. अधिकारियों की मानें तो लोग अब जागरूक हो रहे हैं. बीते एक साल के दौरान तकरीबन 6 हजार पेट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ है.

पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी आशीष कुमार त्रिपाठी के मुताबिक, अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक कुल 5925 पेट्स नगर निगम में रजिस्टर हुए हैं. नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत पेट लवर्स को अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन करने के लिए लगातार नगर निगम जागरूक कर रहा है. पेट लवर्स आसानी से अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन करा सकें इसके लिए प्ले स्टोर पर ऐप है.

फिलहाल पेट्स का रजिस्ट्रेशन शुल्क 200 रुपए और रिन्युअल शुल्क 100 रुपए है. हालांकि, अप्रैल 2024 से रजिस्ट्रेशन फीस बढ़कर 1000 और रिन्युअल फीस बढ़ाकर 500 रुपए हो जाएगी. वहीं, अगर पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाता है तो नगर निगम 5000 जुर्माना लगाएगा.

पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना

आशीष कुमार त्रिपाठी के मुताबिक, रजिस्ट्रेशन करने के पीछे मकसद यह सुनिश्चित करना है कि पालतू जानवर का वैक्सीनेशन रिकॉर्ड मेंटेन हो. पेट ओनर द्वारा ही अपने पेट्स का वैक्सीनेशन कराया जाता है. आवारा कुत्तों से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए भी लगातार कवायद की जा रही है. अप्रैल 2030 से जनवरी 2024 तक कुल 7855 कुत्तों का बंध्याकरण किया गया है. प्रतिदिन गाजियाबाद में 20 से 30 आवारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाता है.

घर बैठ होगा रजिस्ट्रेशनः हालांकि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया को बहुत ही आसान कर दिया गया है. पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन करने के लिए अब नगर निगम मुख्यालय या फिर अन्य किसी नगर निगम के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है. एनिमल लवर्स घर बैठे फोन पर ही अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. प्ले स्टोर पर गाजियाबाद नगर निगम पेट रजिस्ट्रेशन नाम से एप्लीकेशन मौजूद है.

पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना

रजिस्ट्रेशन कराना हुआ आसानः गाजियाबाद नगर निगम पेट रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन के माध्यम से न सिर्फ नए पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं बल्कि पुराने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को रिन्यू भी कर सकते हैं. ऐप पर एप्लीकेशन फॉर्म है, जहां पर पहचान पत्र, फोटो सिग्नेचर, एड्रेस प्रूफ और वैक्सीनेशन बुक आदि को अपलोड कर घर बैठे ही पैट्स का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. नगर निगम द्वारा बनाए गए नियमों के मुताबिक एक घर में केवल चार पालतू कुत्ते ही रख सकते हैं.

ये भी पढ़ें : गाजियाबादः आपके पास है पालतू कुत्ता तो आज ही करें ये काम, वरना लग सकता है पांच हजार रुपए का झटका

गाजियाबाद में पेट डॉग के हमलेः गाजियाबाद में आए दिन पेट डॉग के हमले की घटनाएं सामने आती रहती हैं. सितंबर 2022 में पिटबुल ने 10 साल के बच्चे पर हमला कर जख्मी कर दिया था. पिटबुल के हमले में बच्चे का चेहरा लहूलुहान हो गया था. बच्चों के चेहरे पर तकरीबन डेढ़ सौ टांके आए थे. स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, बीते 6 महीना में हर महीने गाजियाबाद में हजार से अधिक डॉग बाइट के मामले सामने आए हैं.

ये भी पढ़ें : Obedient Training और Castration से शांत होगा कुत्तों का 'Aggressive' स्वभाव

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद में पेट डॉग्स के हमले के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए नगर निगम ने मामले में सख्ती शुरू कर दी है. शहरी क्षेत्र में पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराने का शुल्क नगर निगम द्वारा 5 गुना बढ़ाया गया है. हालांकि, बढ़ा हुआ शुल्क 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा. अधिकारियों की मानें तो लोग अब जागरूक हो रहे हैं. बीते एक साल के दौरान तकरीबन 6 हजार पेट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ है.

पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी आशीष कुमार त्रिपाठी के मुताबिक, अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक कुल 5925 पेट्स नगर निगम में रजिस्टर हुए हैं. नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत पेट लवर्स को अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन करने के लिए लगातार नगर निगम जागरूक कर रहा है. पेट लवर्स आसानी से अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन करा सकें इसके लिए प्ले स्टोर पर ऐप है.

फिलहाल पेट्स का रजिस्ट्रेशन शुल्क 200 रुपए और रिन्युअल शुल्क 100 रुपए है. हालांकि, अप्रैल 2024 से रजिस्ट्रेशन फीस बढ़कर 1000 और रिन्युअल फीस बढ़ाकर 500 रुपए हो जाएगी. वहीं, अगर पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाता है तो नगर निगम 5000 जुर्माना लगाएगा.

पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना

आशीष कुमार त्रिपाठी के मुताबिक, रजिस्ट्रेशन करने के पीछे मकसद यह सुनिश्चित करना है कि पालतू जानवर का वैक्सीनेशन रिकॉर्ड मेंटेन हो. पेट ओनर द्वारा ही अपने पेट्स का वैक्सीनेशन कराया जाता है. आवारा कुत्तों से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए भी लगातार कवायद की जा रही है. अप्रैल 2030 से जनवरी 2024 तक कुल 7855 कुत्तों का बंध्याकरण किया गया है. प्रतिदिन गाजियाबाद में 20 से 30 आवारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाता है.

घर बैठ होगा रजिस्ट्रेशनः हालांकि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया को बहुत ही आसान कर दिया गया है. पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन करने के लिए अब नगर निगम मुख्यालय या फिर अन्य किसी नगर निगम के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है. एनिमल लवर्स घर बैठे फोन पर ही अपने पेट्स का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. प्ले स्टोर पर गाजियाबाद नगर निगम पेट रजिस्ट्रेशन नाम से एप्लीकेशन मौजूद है.

पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना
पेट्स का रजिस्ट्रेशन नहींं कराने पर 5 हजार का जुर्माना

रजिस्ट्रेशन कराना हुआ आसानः गाजियाबाद नगर निगम पेट रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन के माध्यम से न सिर्फ नए पालतू जानवर का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं बल्कि पुराने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को रिन्यू भी कर सकते हैं. ऐप पर एप्लीकेशन फॉर्म है, जहां पर पहचान पत्र, फोटो सिग्नेचर, एड्रेस प्रूफ और वैक्सीनेशन बुक आदि को अपलोड कर घर बैठे ही पैट्स का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. नगर निगम द्वारा बनाए गए नियमों के मुताबिक एक घर में केवल चार पालतू कुत्ते ही रख सकते हैं.

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गाजियाबाद में पेट डॉग के हमलेः गाजियाबाद में आए दिन पेट डॉग के हमले की घटनाएं सामने आती रहती हैं. सितंबर 2022 में पिटबुल ने 10 साल के बच्चे पर हमला कर जख्मी कर दिया था. पिटबुल के हमले में बच्चे का चेहरा लहूलुहान हो गया था. बच्चों के चेहरे पर तकरीबन डेढ़ सौ टांके आए थे. स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, बीते 6 महीना में हर महीने गाजियाबाद में हजार से अधिक डॉग बाइट के मामले सामने आए हैं.

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