अलवर. पुलिस पर हमला करने के मामले में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर फिरोज खान सहित 10 लोगों के मकानों पर गुरुवार को मन्नाका गांव में पुलिस प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की. अधिकारियों की मौजूदगी में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई बाउंड्री व मकानों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया. इस दौरान मौके पर 7 थानों के 100 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद रहे.
पुलिस पर हमले के मामले में हिस्ट्रीशीटर फिरोज खान सहित 35 लोगों को नामजद किया गया है. इस मामले में पुलिस हिस्ट्रीशीटर के पिता और बहन समेत 9 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. फिरोज ने रामनगर निवासी चक्षु गर्ग को 20 मई को रंगदारी के लिए धमकी दी थी. इस मामले में 22 जून को वैशालीनगर थाना पुलिस उसे गिरफ्तार करने मन्नाका गई. इस दौरान हिस्ट्रीशीटर, उसके परिजन व अन्य ग्रामीणों पर पुलिस दल पर जानलेवा हमला कर दिया और आरोपी को छुड़ाकर भगा दिया. पथराव में पुलिस गाड़ियों के शीशे टूटे थे. पुलिस हमले पर के बाद हिस्ट्रीशीटर व उसके पड़ोसी मकान की यूआईटी व तहसील की टीम से पैमाइश कराई गई थी. मकान की बाउंड्रीवाल के 10 से 15 फीट अंदर तक अतिक्रमण पाया गया. आरोपियों को अतिक्रमण हटाने के लिए 72 घंटे का समय भी दिया गया था.
4 जेसीबी मशीनों से ढहाया अवैध निर्माण : मकानों को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन के अधिकारी 4 जेसीबी व ट्रैक्टर ट्रॉलियों को लेकर मौके पर पहुंचे. पुलिस ने मकानों को पहले ही खाली करा लिया था. इसके बाद जेसीबी की जरिए बाउंड्री व मकानों का गिराने की कार्रवाई शुरू की. मकानों पर चल रहे तमाशबीनों को दूर रखने के लिए पुलिस की गाड़ियां लगातार गश्त करती रहीं. अतिक्रमण हटाने में लगे कार्मिकों व मीडिया के अलावा अन्य लोगों को दूर रखा गया.