दौसा. जिले में कुछ दिन पूर्व बैंक में घुसकर ग्राहक के साथ की गई 50 हजार रुपए की लूट का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने कड़िया गैंग के दो आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है. वहीं, गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस ने शहर में परेड कराते हुए वारदात स्थल तक लेकर पहुंची और घटनास्थल पर तस्दीक करवाई गई. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी एक बड़े गिरोह के साथ जुड़े हुए हैं, जो पूरे देश में चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देते हैं.
कोतवाली थाना प्रभारी हीरालाल सैनी ने बताया कि 25 जून को राजेंद्र मीना पुत्र रामदेव मीना निवासी काली पहाड़ी दौसा शहर के कोतवाली थाना इलाके में स्थित पीएनबी बैंक में पैसे जमा कराने गया था, लेकिन पैसे जमा नहीं होने के कारण पीड़ित शहर में स्थित इंडियन बैंक में पैसे जमा करवाने के लिए गया. इस दौरान पीड़ित के बैग में रखे 50 हजार रुपए किसी ने निकाल लिए. इस वारदात का सीसीटीवी सामने आया, जिसमें पीड़ित बैंक में एक काउंटर पर खड़ा होकर स्लिप भरने लगा. तभी उसके पीछे खड़े दो शातिर बदमाशों ने बैग में रखे रुपए निकाल लिए. पीड़ित को कुछ देर बाद बैग से रुपए गायब मिले, तो उसने इसकी जानकारी बैंक प्रंबधक और कोतवाली थाना पुलिस को दी, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गए.
हथियारों के साथ पकड़े थे आरोपी : थाना प्रभारी हीरालाल सैनी ने बताया कि वारदात के बाद बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर दो संदिग्ध युवक नजर आए, जिनके हुलिए के आधार पर दोनों बदमाशों के अलवर के लक्ष्मनगढ़ में होने की जानकारी मिली. इसके बाद दौसा की साइबर टीम ने अलवर पुलिस को सूचना दी और अलवर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के कब्जे से हथियार भी बरामद किए थे. वहीं, शुक्रवार को दोनों आरोपी रितेश सिसोदिया (20 ) और मोनिश (28) निवासी कड़िया सांसी राजगढ़ मध्यप्रदेश को प्रोडक्शन वारंट पर अलवर से गिरफ्तार किया है.
पूरा गांव अपराधिक गतिविधियों में लिप्त : थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी मध्यप्रदेश के कड़िया के निवासी हैं. इस गांव के अधिकतर युवा अपराधिक घटनाओं में लिप्त हैं. इस गैंग के सदस्य पूरे भारत में सक्रिय रूप से आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. विशेष रूप से उत्तरी भारत में कड़िया गैंग के सदस्य ज्यादा सक्रिय हैं, जिनका प्रमुख व्यवसाय चोरी, लूट सहित अन्य अपराधिक वारदातें करना है.