पटना: बिहार में इन दिनों बड़े नेताओं के लिए 'भारत रत्न' की मांग तेज हो गई है. कभी कोई नीतीश कुमार तो कभी लालू यादव को भारत रत्न देने की मांग कर रहा है. इसी बीच लंबे समय से चले आ रही बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिलाने की मांग भी तेज हो गई है. इस संबंध में चिकित्सकों के संगठन आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद सिंह ने शनिवार शाम राज्यपाल से मुलाकात की. श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिलाने के लिए पहल करने की अपील की.
श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न मिलेः राज्यपाल से मुलाकात के बाद डॉक्टर सहजानंद ने कहा कि वार्ता सकारात्मक रही है. उन्होंने बताया कि राज्यपाल को उन्होंने श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिलाने की मांग को लेकर बीते दिनों आयोजित की गई संकल्प यात्रा की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर श्रीकृष्ण सिंह की जयंती के मौके पर बरबीघा के गांव में उन लोगों ने एक सम्मेलन किया. इसके बाद 140 किलोमीटर की पदयात्रा शुक्रवार शाम को पटना पहुंची. इनकम टैक्स पर राज भवन जाने से रोक दिया गया.
"राज्यपाल से मुलाकात का समय मिला जिसके बाद इस संबंध में बात की है. बोकारो का स्टील प्लांट हो या बरौनी रिफाइनरी हो सब कुछ श्रीकृष्णा सिंह का देन है. श्रीकृष्णा सिंह जिस समाज से आते थे उसमें जमींदार बहुत थे. जमींदारी उन्मूलन के खिलाफ श्रीकृष्णा सिंह ने अपने समाज से लड़कर काम किया. बिहार में भारत रत्न के सबसे बड़े हकदार श्रीकृष्ण सिंह हैं. राज्यपाल से आग्रह किया कि अपने स्तर से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी पत्र भेजें." -डॉ. सहजानंद, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, आईएमए
जरूरत पड़ी तो दिल्ली तक पदयात्रा होगीः मौके पर डॉक्टर ऋषभ कुमार ने कहा कि उन लोगों ने श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिलाने की मांग को लेकर 140 किलोमीटर की पदयात्रा की है. जरूरत पड़ी तो पटना से दिल्ली तक की पदयात्रा करेंगे. कहा कि कोई राजनीतिक दल की यह डिमांड नहीं है, बल्कि वह लोग सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं. इसके कारण सभी दल के लोग उनकी इस मांग का समर्थन कर रहे हैं.
"आज समय की मांग है कि श्रीकृष्ण सिंह ने जो बिहार और देश के लिए किया है. उसके लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए. आने वाले दिनों में वे लोग गृहमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से भी मिलकर श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग करेंगे." -डॉ. ऋषभ कुमार
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