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रामनगर में भूमाफिया चला रहे हरे पेड़ों पर आरी, प्रशासन ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश - Trees cut illegally in Ramnagar

Trees cut illegally in Ramnagar रामनगर में भूमाफियाओं द्वारा फलदार पेड़ों पर आरी चलाई जा रही है. ऐसा ही एक ताजा मामला चिलकिया के सामने आया है, जहां पर अवैध रूप से आम और लीची के पेड़ों को काटा जा रहा है. वहीं, सूचना पर पहुंचे प्रशासन के अधिकारियों ने मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 1, 2024, 7:48 PM IST

Updated : May 1, 2024, 9:45 PM IST

रामनगर में भूमाफिया चला रहे हरे पेड़ों पर आरी

रामनगर: क्षेत्र में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं. दरअसल, नेशनल हाईवे 309 पर गांव चिलकिया के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने अवैध रूप से आम और लीची के पेड़ काटने का मामला सामने आया है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने सख्त कार्रवाई की बात कही है. साथ ही उद्यान विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने को कहा है.

बता दें कि रामनगर विकासखंड अंतर्गत आने वाले कुछ गांव को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी द्वारा फल पट्टी क्षेत्र घोषित किया गया था. इन क्षेत्रों में फलदार पेड़ों का काटा जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित था.जबकि हाईकोर्ट द्वारा भी फलदार वृक्षों को काटने पर रोक लगाई गई थी. लेकिन रामनगर के कुछ ग्रामीण क्षेत्र, जो फल पट्टी क्षेत्र अंतर्गत आते हैं, वहां पर लगातार सभी नियमों को ताक पर रखकर भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से फलदार वृक्षों का कटान कर वहां पर कॉलोनी का निर्माण कराया जा रहा है.

तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि रामनगर काशीपुर मार्ग नेशनल हाईवे 309 पर चिलकिया गांव के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने अवैध रूप से आम और लीची के वृक्ष काटने की सूचना मिली थी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही है कि फल पट्टी क्षेत्र में भूमाफियाओं और बगीचा स्वामियों द्वारा फलदार वृक्षों को अवैध रूप से काटा जा रहा है.

कुलदीप पांडे ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा के 2 किलोमीटर अंदर तक ऐसे मामलों में सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग की है, जबकि 2 किलोमीटर बाहरी क्षेत्र में अगर फलदार वृक्ष काटे जाते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग की है. उन्होंने कहा कि चिलकिया गांव के पास आम और लीची के वृक्ष काटे गए थे. इस मामले में उद्यान विभाग के अधिकारी को सख्त एक्शन लेने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. वहीं अगर इस प्रकार के कुछ और भी मामले सामने आए हैं, उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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रामनगर में भूमाफिया चला रहे हरे पेड़ों पर आरी

रामनगर: क्षेत्र में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं. दरअसल, नेशनल हाईवे 309 पर गांव चिलकिया के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने अवैध रूप से आम और लीची के पेड़ काटने का मामला सामने आया है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने सख्त कार्रवाई की बात कही है. साथ ही उद्यान विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने को कहा है.

बता दें कि रामनगर विकासखंड अंतर्गत आने वाले कुछ गांव को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी द्वारा फल पट्टी क्षेत्र घोषित किया गया था. इन क्षेत्रों में फलदार पेड़ों का काटा जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित था.जबकि हाईकोर्ट द्वारा भी फलदार वृक्षों को काटने पर रोक लगाई गई थी. लेकिन रामनगर के कुछ ग्रामीण क्षेत्र, जो फल पट्टी क्षेत्र अंतर्गत आते हैं, वहां पर लगातार सभी नियमों को ताक पर रखकर भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से फलदार वृक्षों का कटान कर वहां पर कॉलोनी का निर्माण कराया जा रहा है.

तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि रामनगर काशीपुर मार्ग नेशनल हाईवे 309 पर चिलकिया गांव के समीप लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने अवैध रूप से आम और लीची के वृक्ष काटने की सूचना मिली थी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही है कि फल पट्टी क्षेत्र में भूमाफियाओं और बगीचा स्वामियों द्वारा फलदार वृक्षों को अवैध रूप से काटा जा रहा है.

कुलदीप पांडे ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा के 2 किलोमीटर अंदर तक ऐसे मामलों में सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग की है, जबकि 2 किलोमीटर बाहरी क्षेत्र में अगर फलदार वृक्ष काटे जाते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग की है. उन्होंने कहा कि चिलकिया गांव के पास आम और लीची के वृक्ष काटे गए थे. इस मामले में उद्यान विभाग के अधिकारी को सख्त एक्शन लेने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. वहीं अगर इस प्रकार के कुछ और भी मामले सामने आए हैं, उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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Last Updated : May 1, 2024, 9:45 PM IST
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