खूंटीः जिले के कोचांग के घने जंगल में वन विभाग की टीम ने 250 पीस सखुआ की लकड़ी जब्त की है. जंगल से सभी लकड़ियां वन प्रमंडल खूंटी कार्यालय लाया गया है. मामले में वन विभाग ने अज्ञात पर लकड़ी तस्करी करने के मामले और पेड़ों की कटाई करने का मामला स्थानीय थाना में दर्ज कराया गया. वहीं वन विभाग तस्करों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है.
डीएफओ ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाईः इस संबंध में डीएफओ कुलदीप मीणा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कोचांग के घने जंगल के बीच बड़ी संख्या में लकड़ी की कटाई हुई है और तस्करी के लिए लकड़ियों को डंप किया गया है. इस सूचना पर वनरक्षी प्रवीण सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई. टीम ने जंगल का मुआयना किया. जहां पाया गया कि बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई हुई है. साथ ही मौके पर सखुआ लकड़ी के बोटे पाए गए. डंप लकड़ियों को फौरान वन विभाग की टीम ने जब्त कर लिया है. जिस स्थान पर पेड़ कटे थे उस स्थल को चिन्हित किया गया है.
डीएफओ ने बताया कि अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग के जंगलों में लकड़ी कटाई की सूचना मिलते रहती है. सूचना पर वन विभाग कार्रवाई भी करता है. उन्होंने बताया को फिलहाल अज्ञात तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. तस्करों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.
अड़की के कोचांग और बीरबांकी के जंगल में पेड़ों की हो रही कटाईः जानकारी के अनुसार खूंटी जिले के अड़की के कोचांग और बीरबांकी के जंगलों में अवैध तरीके से पेड़ों की कटाई हो रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार तस्कर लकड़ियों की कटाई करते हैं और लकड़ियों को खूंटी समेत रांची के विभिन्न टिम्बरों में सप्लाई करते हैं. बताया जाता है कि लकड़ी माफिया दशकों से खूंटी के जंगलों में सक्रिय हैं. वहीं वन विभाग के पदाधिकारी ने कहा कि पेड़ों को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जिम्मेदारी हमारी है. पेड़ों की कटाई करने वाले तस्करों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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