कानपुर: शहर के ऐतिहासिक ग्रीनपार्क स्टेडियम में 27 सितंबर से 1 अक्टूबर तक भारत-बांग्लादेश की टीमें टेस्ट मैच को लेकर आमने-सामने होंगी. बीसीसीआई की ओर से टेस्ट मैच का प्रोग्राम जारी कर दिया गया है. अब यूपीसीए के पदाधिकारी और ग्रीन पार्क के प्रशासनिक अफसर मैच कराने की तैयारी में जुट गए हैं. हालांकि सबसे बड़ी समस्या, जो अफसरों के सामने आ रही है वह है, ग्रीनपार्क की घटती हुई दर्शक क्षमता.
ऐसे में अब इस समस्या पर शासन स्तर तक मंथन हो चुका है और यह बात सामने आई है कि आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों को ग्रीन पार्क भेजा जाएगा और उनके द्वारा सर्वे करा कर ग्रीनपार्क की दर्शक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए ग्रीन पार्क में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने भी जाकर मीडिया गैलरी, सी बालकनी समेत अन्य बालकनी की स्थिति देखी. इसमें अफसरों को सी बालकनी की स्थिति सबसे ज्यादा खराब हालत में मिली है.
स्टेडियम में बैठ सकते हैं केवल 22 हजार दर्शक: लोक निर्माण विभाग के अफसर का कहना था कि ग्रीन पार्क स्टेडियम की जो मौजूद दर्शक क्षमता है, वह लगभग 22000 के आसपास है. जबकि अगर ओवरऑल स्टेडियम को देखें, तो यहां पर 30,000 के आसपास दर्शक मैच को देख सकते हैं. ऐसे में अब दर्शक क्षमता को किस तरीके से बढ़ाया जाएगा, इसके लिए प्रयास होंगे.
कहीं न कहीं बालकनी के निर्माण को विस्तार दिया जाएगा. इससे अधिक से अधिक दर्शक ग्रीन पार्क स्टेडियम पहुंचकर, मैच देख सकें. यूपीसीए के पदाधिकारियों का भी कहना था कि ग्रीन पार्क में होने वाले मैच को लेकर दर्शक क्षमता के लिए बीसीसीआई को पत्र भेजा जाएगा, जिससे जल्द से जल्द बालकनी का निर्माण कार्य कराया जा सके.
भारत बांग्लादेश में पहली बार होगी भिड़ंत: ग्रीन पार्क के प्रशासनिक अफसर ने बताया कि इस ऐतिहासिक स्टेडियम में वैसे तो भारत ने कई टीमों के साथ टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन बांग्लादेश की टीम पहली बार कानपुर आएगी और ग्रीन पार्क के ऐतिहासिक स्टेडियम में पहली बार भारत और बांग्लादेश की टीम में आपस में भिड़ेंगी.