कानपुर: सालों पहले IIT कानपुर से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद देश-दुनिया की नामचीन कंपनियों में काम करने वाले पूर्व आईआईटीयंस जब एक बार फिर कानपुर कैम्पस पहुंचे तो बिताए गए पलों की स्मृतियां ताजा हो गईं. हरा-भरा और विशाल कैम्पस देखने के बाद खुश होकर 1999 बैच के पूर्व आईआईटीयंस ने कैम्पस के विकास के लिए 11.6 करोड़ रुपये की राशि दान के रूप में दे दी है.
मौका था, क्लास ऑफ 1999 के लिए एक ऐतिहासिक सिल्वर जुबली रीयूनियन समारोह का. जिसमें उत्कृष्टता और उपलब्धियों के 25 साल पूरे होने का जश्न मनाया गया. 27 से 29 दिसंबर, 2024 तक आयोजित यह कार्यक्रम अतीत का सम्मान करने और भविष्य को गले लगाने का एक आदर्श संतुलन था. आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक अफसरों ने उक्त राशि की पुष्टि की है. प्रशासनिक अफसरों का कहना था कि आईआईटी कानपुर के विकास के प्रति पूर्व छात्रों के समर्पण को रेखांकित करता है, जो बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, अनुसंधान को आगे बढ़ाने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाली प्रमुख पहलों का समर्थन करता है, जिससे तकनीकी नवाचार में संस्थान का नेतृत्व और मजबूत होगा.
दुनिया भर से आए 180 से अधिक पुरा छात्र: इस रीयूनियन में दुनिया भर से 180 से अधिक पूर्व छात्र और उनके परिवार एक साथ आए, जिससे उन्हें फिर से जुड़ने और साझा अनुभवों पर विचार करने का अवसर मिला. तीन दिवसीय समारोह के दौरान उपस्थित लोगों ने अपनी यादों को ताजा किया, एक-दूसरे से जुड़े और आईआईटी कानपुर की उत्कृष्टता की निरंतर खोज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. इस कार्यक्रम में कई गतिविधियां शामिल थीं, जिनमें कैंपस टूर, वर्तमान छात्रों के साथ इंटरेक्टिव सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम. जिससे पूर्व छात्रों को अपनी पुरानी यादों को ताज़ा करने, साथियों के साथ जुड़ने और आईआईटी कानपुर में अपनी यात्राओं पर विचार करने का मौका मिला.
निदेशक ने पुरा छात्रों का जताया आभार: प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल, निदेशक आईआईटी कानपुर ने सभी पूर्व छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'हमारे पूर्व छात्र न केवल संस्थान की उत्कृष्टता की परंपरा का सम्मान करते हैं, बल्कि सक्रिय रूप से इसके भविष्य को भी आकार देते हैं. हम उनकी असाधारण उपलब्धियों पर गर्व करते हैं और आईआईटी कानपुर की विरासत को मजबूत करने में उनके निरंतर समर्थन और दूरदर्शिता के लिए आभारी हैं. संस्थान की ओर से मैं इस उदार योगदान के लिए आभार व्यक्त करता हूं.'
पूर्व छात्र दमनीश कुमार के मुताबिक, हमें अपने प्रिय संस्थान, आईआईटी कानपुर के लिए एकजुट होकर योगदान देने पर गर्व है. हमारा सामूहिक सहयोग संस्थान के प्रति हमारे गहरे गर्व और इसकी निरंतर सफलता के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है. मैं इस प्रयास में अपने प्रत्येक बैच के साथी की उदार भागीदारी के लिए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं.