धनबादः आईआईटी आईएसएम के ईंधन, खनिज और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर आरती कुमारी ने संस्थान का मान बढ़ाया है. उनका चयन मेटलर्जिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग डिवीजन में आईईआई यंग इंजीनियर्स अवार्ड 2023-24 के लिए गया है. यह पुरस्कार 29 फरवरी, 2024 को पश्चिम बंगाल में धातुकर्म और सामग्री इंजीनियरों के 36वें राष्ट्रीय सम्मेलन में दिया जाएगा.
मेटलर्जिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिलेगा अवार्ड
आईईआई यंग इंजीनियर्स अवॉर्ड इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) की ओर से संबंधित क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है. इसके तहत प्रतिष्ठित पट्टिका और प्रमाणपत्र दिया जाता है. असिस्टेंट प्रोफेसर आरती एक सामग्री इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग शोधकर्ता हैं. जो एक स्थायी दुर्लभ पृथ्वी उपयोग प्रौद्योगिकी स्थापित करने पर काम कर रही हैं. 2019 में पवन टरबाइन के अपशिष्ट मैग्नेट से दुर्लभ पृथ्वी की पुनर्प्राप्ति नामक शोध के लिए भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का अवसर पुरस्कार भी उन्होंने हासिल किया है.
इसके पूर्व भी कई अवार्ड जीत चुकीं हैं सहायक प्रोफेसर आरती
सहायक प्रोफेसर आरती ने अपने अनुसंधान रूचि के माध्यम से धातुकर्म, अलौह धातु निष्कर्षण और विभिन्न धातुकर्म प्रक्रियाओं का अध्ययन किया है, जो प्राथमिक और माध्यमिक संसाधनों से धातु निष्कर्षण को संबोधित करता है. उन्होंने खर्च किए गए एनडीएफईबी चुंबक के हाइड्रोमेटालर्जिकल प्रसंस्करण में अपने अनुसंधान के लिए पीएचडी डिग्री प्राप्त की है. उन्होंने पिछले साल भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एडब्ल्यूएसएआर पुरस्कार प्राप्त किया है और 2019 से 2022 तक सीएसआईआर-नेशनल मेटालर्जिकल लेबोरेटरी जमशेदपुर में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में भी काम किया है.
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