कोटा : इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी कोटा (IIIT) ने मेंटल हेल्थ पर दिए गए सॉल्यूशन को हैकाथॉन में पहला अवार्ड मिला है. इसे तैयार करने वाली स्टूडेंट टीम का कहना है कि इसके जरिए कोटा सहित देशभर के अवसादग्रसित बच्चों को मदद की जा सकती. इस टीम की लीडर ट्रिपल आईटी कोटा की बीटेक सेकंड ईयर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन महक वर्मा हैं. इसमें ईसी की ही अंशिका गोचर, कंप्यूटर साइंस के वैभव लछवानी व पार्थ शर्मा हैं. यह हैकाथॉन भी आईआईटी गांधीनगर में 9 से 10 नवम्बर को आयोजित की गई थी. इसमें टीम को 45 हजार का पुरस्कार भी मिला है.
अंशिका गोचर का कहना है कि मेंटल हेल्थ एंड वैलनेस को लेकर सॉल्यूशन इस हैकाथॉन में मांगे गए थे. इसमें हमारा आइडिया वेबसाइट "हील कनेक्ट" था. इसमें मेन्टल हेल्थ से रिलेटेड समस्याओं का हल दिया गया. एक एनोनिमस कम्युनिटी फॉरम भी बनाया गया था. स्टूडेंट अंशिका गोचर का कहना है कि मेंटल हेल्थ के पेशेंट कई बार अपनी जानकारी नहीं बताना चाहते हैं, इसीलिए बिना अपनी जानकारी बताए, वह समस्या को वेबसाइट पर शेयर कर सकते हैं, जिसका सॉल्यूशन एक्सपर्ट या डॉक्टर दे सकते हैं. संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एनपी पाढ़ी व कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर केके शर्मा ने भी विजेता टीम को बधाई दी.
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900 में से पहुंचे टॉप पर : अंशिका गोचर का कहना है कि इस हैकाथॉन में शामिल होने के लिए 900 आइडिया पहुंचे थे. इनमें से पहले चरण की बाद केवल 50 आइडिया को 24 घंटे की ऑफलाइन हैकाथॉन के लिए बुलाया गया था. इस दौरान ऑफलाइन हैकाथॉन में केवल सात को चयनित किया गया. इसमें ट्रिपल आईटी कोटा भी शामिल थी. वहीं, पूरी समीक्षा के बाद तीन टीमों को विनर घोषित किया गया, जिसमें से ट्रिपल आईटी कोटा को पहला विनर घोषित किया गया है.
इस तरह से काम करती है हील कनेक्ट वेबसाइट
एआई चैटबोट : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चैटबोट का भी उपयोग किया जाना है. साथ ही वेबसाइट पर ऐसे लोगों को अपनी समस्या बिना पहचान बताए लिखनी भी थी. एआई चैटबोट उनके लिखे गए शब्दों को ठीक से एनालिसिस करता है, ऐसे में कुछ अवसाद के संबंध में लिखी हुई बात से एनालिसिस कर व्यक्ति की मानसिक स्थिति सामने आ सकती है. इसके अलावा इसमें कंफर्ट क्लाउड व डेली प्लानर की भी सुविधा थी.
एक्सपर्ट एडवाइज : एनोनिमस कम्युनिटी फॉरम में वेरीफाइड डॉक्टर से अपनी पहचान या कांटेक्ट बताए बिना समस्या को शेयर कर देते हैं. यह प्रॉब्लम शेयरिंग पूरी तरह से सार्वजनिक रहती है, लेकिन इसमें पहचान छिपी हुई रहती है. एक्सपर्ट वेरीफाइड अकाउंट के जरिए उनकी समस्याओं का समाधान देते हैं.
वर्चुअल हेल्थकैम्प : इसके भविष्य के प्लान में वर्चुअल हेल्थ कैंप भी लगाए जाने का आइडिया है, जिसमें कोई भी डॉक्टर से ऑनलाइन गूगल मीट या फिर वेबिनार के जरिए अपॉइंटमेंट ले सकता है. अपॉइंटमेंट के संबंध में यूजर को मैसेज चला जाता है. यह मल्टी लैंग्वेज रहेगा, जिसमें हिंदी, मराठी और इंग्लिश में पूछा जा सकता है.
डेली प्लानर : मेंटल हेल्थ का डेली प्लानर भी इसमें आ जाता है, जिस तरह से स्मार्ट वॉच में दिनभर की फिजिकल एक्टिविटी रिकॉर्ड होती है. इसके अलावा हार्ट पल्स और शुगर मीटर के साथ ही ड्रिंकिंग वॉटर और फूड हैबिट्स की भी जानकारी यह लेती है. ठीक उसी तरह से मेटल हेल्थ के लिए जरूरी मेडिटेशन या फिर क्या-क्या एक्टिविटी की इसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है.