ETV Bharat / state

इग्नू से पशु कल्याण में PG डिप्लोमा करने का है प्लान, तो यहां जानें-फीस, एलिजिबिलिटी और बाकी डिटेल - Ignou Animal Welfare course

Ignou Animal Welfare course: IGNOU में पशु कल्याण कोर्स के लिए आवेदन मांगे गए हैं. ये कोर्स एक पीजी डिप्लोमा कोर्स है. जिसकी फीस, ड्यूरेशन जैसी जरूरी जानकारियां इग्नू की वेबसाइट पर जारी की गई है.

इग्नू से पशु कल्याण में PG डिप्लोमा के लिए मांगे गए आवेदन
इग्नू से पशु कल्याण में PG डिप्लोमा के लिए मांगे गए आवेदन (SOURCE: ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 23, 2024, 1:44 PM IST

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने पशु कल्याण में स्नातकोत्तर (पीजी) डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए जुलाई से प्रक्रिया शुरू कर दी है. एक साल के इस डिप्लोमा की फीस मात्र 5400 रूपये है. जुलाई 2020 में शुरू किए गए पीजी डिप्लोमा इन एनिमल वेलफेयर (पीजीडीएडब्ल्यू) को लेकर इग्नू ने दावा किया है कि इस कोर्स ने अब सबसे बड़े वैश्विक पशु कल्याण शिक्षा कार्यक्रम के रूप में मान्यता प्राप्त होने का गौरव हासिल कर लिया है.

विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि के स्नातकों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया यह एक साल का पाठ्यक्रम चार मुख्य घटकों में विभाजित है.

पशु कल्याण विज्ञान और नैतिकता

पशु कल्याण मुद्दे

पशु कल्याण कानून और नीतियां

पशु कल्याण प्रथाएं व मानक

कोर्स में पशु कल्याण में मानव देखभाल के तहत सभी प्राणियों की भलाई शामिल है, जिसमें प्राथमिक ध्यान खेत जानवरों के सामने आने वाली चुनौतियों को कम करने पर है, जहां इसकी आवश्यकता सबसे गंभीर है. पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम, जिसमें 85 सावधानीपूर्वक तैयार किए गए मॉड्यूल शामिल हैं, विभिन्न डोमेन में पशु कल्याण के वैज्ञानिक, नैतिक, कानूनी और व्यावहारिक आयामों को प्रदर्शित करते हैं. कार्यक्रम समन्वयक प्रो. पी.वी.के. शशिधर का कहना है कि यूके के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के सहयोग से विकसित पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम दोहरे उद्देश्यों को पूरा करना चाहता है. इसमें नए अभ्यर्थियों को भी शिक्षित करना और जो लोग पहले से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और उनके पास कोई डिप्लोमा नहीं है तो उनको भी मौका देना शामिल है.

कोर्स में किसे लेना चाहिए दाखिला

पशु कल्याण के प्रति उत्साही व्यक्ति

  • पशु कल्याण संगठनों/एनजीओ/गौशालाओं के कर्मचारी
  • विश्वविद्यालयों और पशु चिकित्सा महाविद्यालयों में संकाय, शोधकर्ता और छात्र
  • सरकारी और सैन्य सेवाओं में पशुचिकित्सक और अर्ध-पशुचिकित्सक
  • पशु कल्याण बोर्डों और समितियों के सदस्य
  • कानून प्रवर्तन पेशेवर
  • सिविल सेवक, वन सेवा अधिकारी और वन्यजीव संरक्षणवाद

पीजीडीएडबल्यू कोर्स की मुख्य विशेषताएं
पशु कल्याण विज्ञान और नैतिकता: पशु कल्याण, पशु व्यवहार, नैतिक ढांचे और पशु कल्याण को बढ़ावा देने में पशु चिकित्सकों की भूमिका की वैज्ञानिक समझ की पड़ताल करता है.

पशु कल्याण मुद्दे, वध और आपदाओं से संबंधित पशु कल्याण मुद्दों के साथ-साथ खेत जानवरों, पालतू जानवरों, कामकाजी जानवरों, चिड़ियाघर व जंगली जानवरों सहित विभिन्न पशु श्रेणियों में कल्याण संबंधी चिंताओं की जांच करता है.

यह कोर्स पशु कल्याण कानून, नीतियां और संगठन, संगठनात्मक ढांचे और नैतिक विचारों पर चर्चा के साथ पशु कल्याण को नियंत्रित करने वाले प्रासंगिक कानून, प्रवर्तन तंत्र और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है.

दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पशु कल्याण में विज्ञान-आधारित शिक्षा प्रदान करना और पशु कल्याण के संबंध में निर्णय लेने के लिए हितधारक क्षमता को बढ़ावा देना इस कोर्स का उद्देश्य है. भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा मान्य पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम पशु कल्याण शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए शुरू किया गया है. संभावित उम्मीदवार आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. अभी आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है.

ये भी पढ़ें- कन्हैया कुमार के समर्थन में राहुल गांधी की जनसभा, दिलशाद गार्डन में बोले- AAP और कांग्रेस कार्यकर्ता मिलकर काम करें

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने पशु कल्याण में स्नातकोत्तर (पीजी) डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए जुलाई से प्रक्रिया शुरू कर दी है. एक साल के इस डिप्लोमा की फीस मात्र 5400 रूपये है. जुलाई 2020 में शुरू किए गए पीजी डिप्लोमा इन एनिमल वेलफेयर (पीजीडीएडब्ल्यू) को लेकर इग्नू ने दावा किया है कि इस कोर्स ने अब सबसे बड़े वैश्विक पशु कल्याण शिक्षा कार्यक्रम के रूप में मान्यता प्राप्त होने का गौरव हासिल कर लिया है.

विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि के स्नातकों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया यह एक साल का पाठ्यक्रम चार मुख्य घटकों में विभाजित है.

पशु कल्याण विज्ञान और नैतिकता

पशु कल्याण मुद्दे

पशु कल्याण कानून और नीतियां

पशु कल्याण प्रथाएं व मानक

कोर्स में पशु कल्याण में मानव देखभाल के तहत सभी प्राणियों की भलाई शामिल है, जिसमें प्राथमिक ध्यान खेत जानवरों के सामने आने वाली चुनौतियों को कम करने पर है, जहां इसकी आवश्यकता सबसे गंभीर है. पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम, जिसमें 85 सावधानीपूर्वक तैयार किए गए मॉड्यूल शामिल हैं, विभिन्न डोमेन में पशु कल्याण के वैज्ञानिक, नैतिक, कानूनी और व्यावहारिक आयामों को प्रदर्शित करते हैं. कार्यक्रम समन्वयक प्रो. पी.वी.के. शशिधर का कहना है कि यूके के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के सहयोग से विकसित पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम दोहरे उद्देश्यों को पूरा करना चाहता है. इसमें नए अभ्यर्थियों को भी शिक्षित करना और जो लोग पहले से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं और उनके पास कोई डिप्लोमा नहीं है तो उनको भी मौका देना शामिल है.

कोर्स में किसे लेना चाहिए दाखिला

पशु कल्याण के प्रति उत्साही व्यक्ति

  • पशु कल्याण संगठनों/एनजीओ/गौशालाओं के कर्मचारी
  • विश्वविद्यालयों और पशु चिकित्सा महाविद्यालयों में संकाय, शोधकर्ता और छात्र
  • सरकारी और सैन्य सेवाओं में पशुचिकित्सक और अर्ध-पशुचिकित्सक
  • पशु कल्याण बोर्डों और समितियों के सदस्य
  • कानून प्रवर्तन पेशेवर
  • सिविल सेवक, वन सेवा अधिकारी और वन्यजीव संरक्षणवाद

पीजीडीएडबल्यू कोर्स की मुख्य विशेषताएं
पशु कल्याण विज्ञान और नैतिकता: पशु कल्याण, पशु व्यवहार, नैतिक ढांचे और पशु कल्याण को बढ़ावा देने में पशु चिकित्सकों की भूमिका की वैज्ञानिक समझ की पड़ताल करता है.

पशु कल्याण मुद्दे, वध और आपदाओं से संबंधित पशु कल्याण मुद्दों के साथ-साथ खेत जानवरों, पालतू जानवरों, कामकाजी जानवरों, चिड़ियाघर व जंगली जानवरों सहित विभिन्न पशु श्रेणियों में कल्याण संबंधी चिंताओं की जांच करता है.

यह कोर्स पशु कल्याण कानून, नीतियां और संगठन, संगठनात्मक ढांचे और नैतिक विचारों पर चर्चा के साथ पशु कल्याण को नियंत्रित करने वाले प्रासंगिक कानून, प्रवर्तन तंत्र और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है.

दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पशु कल्याण में विज्ञान-आधारित शिक्षा प्रदान करना और पशु कल्याण के संबंध में निर्णय लेने के लिए हितधारक क्षमता को बढ़ावा देना इस कोर्स का उद्देश्य है. भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा मान्य पीजीडीएडब्ल्यू कार्यक्रम पशु कल्याण शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए शुरू किया गया है. संभावित उम्मीदवार आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. अभी आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है.

ये भी पढ़ें- कन्हैया कुमार के समर्थन में राहुल गांधी की जनसभा, दिलशाद गार्डन में बोले- AAP और कांग्रेस कार्यकर्ता मिलकर काम करें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.