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पांच साल बाद भी प्रैक्टिकल नहीं होने से अधर में लटका एक दर्जन से अधिक छात्रों का भविष्य... जानें पूरा मामला - IGNOU Mandi Center Issue - IGNOU MANDI CENTER ISSUE

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) यानी इग्नू से डिग्री लेने का सपना संजोए लगभग 15 छात्रों का भविष्य पिछले 05 सालों से प्रैक्टिकल नहीं होने के कारण अधर में लटका हुआ है. गौरतलब है कि इग्नू के मंडी स्थित अध्ययन केंद्र में इन बच्चों ने बीएससी जनरल 2019 बैच में प्रवेश लिया था. पढ़ें पूरी खबर...

IGNOU MANDI CENTER ISSUE
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 16, 2024, 12:57 PM IST

Updated : Apr 16, 2024, 1:02 PM IST

मंडी: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से बीएससी जनरल की पढ़ाई कर रहे 2019 बैच के 15 बच्चे परेशान है. उनकी इस परेशानी का कारण है कि प्रैक्ट्रिकल परीक्षा का उनके स्टडी सेंट्रर मंडी में नहीं होना. दरअसल विद्यार्थी मंडी से है और उनकी मांग है कि प्रैक्टिकतल एग्जाम उनके सेंट्रर मंडी में ही हो. इस कारण उनका मामला फंस गया है. इग्नू इनका एग्जाम दूसरे सेंट्रर हमीरपुर आदि जगहों पर करवा रही है, जहां आर्थिक या अन्य कारणों से ये विद्यार्थी वहां जा पाने में सक्षम नहीं है.

मिली जानकारी के अनुसार इन छात्रों को कोरोना के कारण प्रथम वर्ष के थ्योरी पेपर में प्रमोट कर दिया गया था, किन्तू यूनिवर्सिटी के अनुसार इन्हें प्रैक्टिकल की परीक्षा देनी थी. वहीं दूसरे वर्ष में कोरोना के कारण परीक्षा देरी से हुई और इसी समय उन्हें बताया गया था कि प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल एग्जाम भी दूसरे वर्ष के साथ में ही होंगे, पर ये परीक्षा मंडी सेंट्रर में नहीं हुई. जिस कारण ये 15 बच्चे दूसरे सेंट्रर में जाकर परीक्षा नहीं दे सके और इनका मामला फंस गया. वहीं तीसरे वर्ष की अगर बात करें तो परीक्षा दिसंबर 2022 में पूरी हो गई. प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल एग्जाम मंडी सेंट्रर में नहीं होने के कारण इन विद्यार्थियों ने एग्जाम दूसरे सेंट्रर में जा कर नहीं दिया. जिस कारण इनका रिजल्ट पेंडिग में हैं.

इनके सहपाठियों में कुछ बच्चों ने हमीरपुर जाकर अगस्त-सितंबर 2023 में प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल दिए हैं. कुछ आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण हमीरपुर नहीं जा पाए और कुछ अन्य कारणों से नहीं जा पाए. अब ये 15 बच्चे प्रैक्टिकल के लिए कभी अध्ययन केंद्र मंडी तो कभी क्षेत्रीय केंद्र शिमला के चक्कर काट रहे हैं. उन्हें दिलासे के सिवा अभी तक कुछ नहीं मिला. अब तो उन्हें यह भी कहा जा रहा हैं कि प्रत्येक प्रैक्टिकल के लिए अलग-अलग जगह जाना पड़ेगा.
वहीं इस बारे में इग्नू अध्ययन केंद्र मंडी के समन्वयक राजकुमार व क्षेत्रीय निदेशक शिमला जोगेंद्र कुमार ने बताया कि "मामला उनके ध्यान में है, लेकिन संख्या कम होने से हर केंद्र पर प्रैक्टिकल करवाना संभव नहीं है. शीघ्र ही उचित निर्णय इस पर ली जाएगी".

ये भी पढ़ें:हमीरपुर की छात्रा देवांशी की सर्वे प्रोजेक्ट रिपोर्ट नेशनल के लिए चयन, राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में प्रस्तुत किया था मॉडल

मंडी: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से बीएससी जनरल की पढ़ाई कर रहे 2019 बैच के 15 बच्चे परेशान है. उनकी इस परेशानी का कारण है कि प्रैक्ट्रिकल परीक्षा का उनके स्टडी सेंट्रर मंडी में नहीं होना. दरअसल विद्यार्थी मंडी से है और उनकी मांग है कि प्रैक्टिकतल एग्जाम उनके सेंट्रर मंडी में ही हो. इस कारण उनका मामला फंस गया है. इग्नू इनका एग्जाम दूसरे सेंट्रर हमीरपुर आदि जगहों पर करवा रही है, जहां आर्थिक या अन्य कारणों से ये विद्यार्थी वहां जा पाने में सक्षम नहीं है.

मिली जानकारी के अनुसार इन छात्रों को कोरोना के कारण प्रथम वर्ष के थ्योरी पेपर में प्रमोट कर दिया गया था, किन्तू यूनिवर्सिटी के अनुसार इन्हें प्रैक्टिकल की परीक्षा देनी थी. वहीं दूसरे वर्ष में कोरोना के कारण परीक्षा देरी से हुई और इसी समय उन्हें बताया गया था कि प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल एग्जाम भी दूसरे वर्ष के साथ में ही होंगे, पर ये परीक्षा मंडी सेंट्रर में नहीं हुई. जिस कारण ये 15 बच्चे दूसरे सेंट्रर में जाकर परीक्षा नहीं दे सके और इनका मामला फंस गया. वहीं तीसरे वर्ष की अगर बात करें तो परीक्षा दिसंबर 2022 में पूरी हो गई. प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल एग्जाम मंडी सेंट्रर में नहीं होने के कारण इन विद्यार्थियों ने एग्जाम दूसरे सेंट्रर में जा कर नहीं दिया. जिस कारण इनका रिजल्ट पेंडिग में हैं.

इनके सहपाठियों में कुछ बच्चों ने हमीरपुर जाकर अगस्त-सितंबर 2023 में प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल दिए हैं. कुछ आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण हमीरपुर नहीं जा पाए और कुछ अन्य कारणों से नहीं जा पाए. अब ये 15 बच्चे प्रैक्टिकल के लिए कभी अध्ययन केंद्र मंडी तो कभी क्षेत्रीय केंद्र शिमला के चक्कर काट रहे हैं. उन्हें दिलासे के सिवा अभी तक कुछ नहीं मिला. अब तो उन्हें यह भी कहा जा रहा हैं कि प्रत्येक प्रैक्टिकल के लिए अलग-अलग जगह जाना पड़ेगा.
वहीं इस बारे में इग्नू अध्ययन केंद्र मंडी के समन्वयक राजकुमार व क्षेत्रीय निदेशक शिमला जोगेंद्र कुमार ने बताया कि "मामला उनके ध्यान में है, लेकिन संख्या कम होने से हर केंद्र पर प्रैक्टिकल करवाना संभव नहीं है. शीघ्र ही उचित निर्णय इस पर ली जाएगी".

ये भी पढ़ें:हमीरपुर की छात्रा देवांशी की सर्वे प्रोजेक्ट रिपोर्ट नेशनल के लिए चयन, राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में प्रस्तुत किया था मॉडल

Last Updated : Apr 16, 2024, 1:02 PM IST
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