प्रयागराज: अब देश भर के सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों के लिए आईकार्ड जारी किये जाएंगे. नकली साधु संतों से अपनी अलग पहचान करने के लिए अखाड़ों ने खुद ही यह अहम निर्णय लिया है. इन परिचय पत्रों में सन्यासियों का नाम- पता ,मोबाइल नंबर और उनका अखाड़े में पद वगैरा का ब्योरा होगा. इसे संबंधित अखाड़े के उच्च पदाधिकारी जारी करेंगे.
जनवरी में होने जा रहे प्रयागराज महाकुंभ में अखाड़ों के साधुओं का यह नया कॉरपोरेट लुक सामने आएगा. देश में लगातार बढ़ रही भगवा धारियों की भीड़ के बाद कई बार यह तय कर पाना मुश्किल हो जाता है कि कौन भगवा धारी सचमुच में साधू है और कौन संत के वेश अराजक त्व या नकली साधु है.
अब यह दुविधा नहीं रहेगी. देश के 13 अखाड़ों ने फैसला किया है, कि अब अखाड़ों से जुड़े हर साधु-संन्यासी के लिए आईकार्ड जारी होंगे. इस आई कार्ड में संन्यासी का पासपोर्ट साइज फोटो , नाम , पता , मोबाइल नंबर के अलावा सम्बंधित अखाड़े में उसके पद का पूरा ब्योरा दर्ज होगा.
अखाड़े के सचिव के हस्ताक्षर से तैयार आईकार्ड में एक गोपनीय बार कोड भी होगा, जिसकी जानकारी केवल अखाड़े के सचिव के पास ही होगी. नकली साधुओं और अराजकतत्वों द्वारा खुद को साधु बताने से बदनाम हो रही सन्त परंपरा को असली संन्यासियों से अलग करने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
प्रयागराज महाकुंभ से इसकी शुरुआत होगी. पिछले अर्धकुंभ में भी यह प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन आपसी विवाद की वजह से यह अमल में नहीं लाया जा सका है.
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